अक्सर आपने कई लोगों को देखा होगा जो धूल-मिटटी के संपर्क में आते ही छींकने लग जाते हैं। इसका कारण होता है उनकी डस्ट से एलर्जी की समस्या। जी हाँ, डस्ट से एलर्जी में धुल, धुंआ या मौसम में बदलाव होने पर भी स्वास्थ्य से जुडी कई समस्याएँ होने लगती हैं जैसे आंखों से पानी आना और आंखों का लाल होना, छींक आना, नाक बहना, कोल्ड-कफ और सांस लेने में परेशानी जैसी दिकात होने लगती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि इस डस्ट एलर्जी से जल्द छुटकारा पाया जाए। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे आपको डस्ट से एलर्जी से छुटकारा मिलेगा।
भाप यानी स्टीमभाप लेना धूल एलर्जी के इलाज सबसे कारगर और अचूक तरीका है। कम से कम 10 मिनट के लिए भाप लें ये आपके नाक से लेकर फेफड़े तक काम करता है। इससे कंजेशन खत्म होता है और खुल कर सांस लिया जा सकता है।
विटामिन सीजिद्दी डस्ट एलर्जी से राहत पाने के लिए यह सबसे सरल और आसान तरीका है आप विटामिन सी का इंटेक बढ़ा दें। खट्टे फल जैसे संतरे और मीठे नीबू के फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं और ये सफेद रक्त कोशिकाओं द्वारा होने वाले हिस्टामाइन के स्राव को रोकते जिससे शरीर में ब्लॉकेज बढ़ती है। विटामिन सी नाक के स्राव और ब्लॉकेज को भी कम करता है।
शहद शहर में वो गुण होता है जो न केवल एलर्जी को खत्म कर आपको जुकाम और छींक से राहत पहुंचाता है बल्कि ये आपके गले में होने वाले खराश और श्वांस नली में आई सूजन को भी सही करता है। ये ल्युब्रिकेंट की तरह खराश और खांसी को सही करने का काम करता है। जब भी आपको ऐसा लगे कि आपको डस्ट एलर्जी हो रही तो आप एक चम्मच शहद पी लें। इसके बाद कुल्ला करें लेंकिन पानी न पीएं।
प्रोबायोटिक्सएलर्जी प्रतिरक्षा प्रणाली में असंतुलन के कारण होती है। इसके लिए जरूरी है कि अच्छे बैक्टिरया को पैदा किया जाए जो कि आंत में होते हैं। इसके लिए प्रोबायोटिक्स बेस्ट होते हैं, ये एलर्जी को ठीक करने का काम करते हैं। आंत के बैक्टीरिया को बढ़ावा देने के लिए दही या दही से बनी चीजें लें क्योंकि इनमें प्रोबायोटिक्स होते हैं।
सेब का सिरकाएक गिलास पानी में 1 चम्मच एप्पल साइडर सिरका मिलाएं और दिन में तीन बार इसका सेवन करें। यह पेय कफ यानी बलगम के बनने की प्रक्रिया को तेजी से धीमा करता है और लसीका प्रणाली को साफ करता है।