वर्तमान समय में डायबिटीज एक आम बीमारी हो चुकी हैं जो पहले एक उम्र के बाद दिखाई देती थी लेकिन अब यह युवाओं और बच्चों में भी सामने आने लगी हैं। इसमें शरीर में प्रर्याप्त इंसुलिन नहीं बन पाता हैं और हाई ब्लड शुगर का कारण बनता हैं। इसके बढ़ने से मोटापा, हाइपरटेंशन और दिल के रोगों का खतरा बना रहता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि आप अपने आहार में कुछ ऐसी चीजो को शामिल करें जो शरीर में इंसुलिन की पूर्ती करें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका कच्चा सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए संजीवनी का काम करता हैं और उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़ती हैं। तो आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
नट्सशोध से पता चला है कि नट्स खाना ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के एक प्रभावी तरीका हो सकता है। टाइप 2 डायबिटीज वाले 25 लोगों में एक अध्ययन से पता चला है कि मूंगफली और बादाम दोनों का सेवन करने से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा एक अन्य अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना 2 औंस (56 ग्राम) नट्स खाने से ब्लड शुगर को कम किया जा सकता है।
फ्लैक्स सीड्स या अलसी के बीजअलसी के बीज फाइबर और स्वस्थ वसा से भरपूर होते हैं और इन्हें कई गुणों के लिए जाना जाता है। अलसी के बीज विशेष रूप ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि मरीजों को साबुत अलसी खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।
चिया सीड्सचिया सीड्स खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। अध्ययनों में पाया गया है कि चिया सीड्स खाने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने और इंसुलिन सेंसिविटी में सुधार हो सकता है। इतना ही नहीं, इससे डायबिटीज का जोखिम भी संभावित रूप से कम हो सकता है।
केला इसे एक सुपरफूड कहा जाता है। इसमें फाइबर और फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, हाई कार्ब भोजन के साथ 7 या 14 ग्राम केल खाने से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल में काफी कमी आई। शोध से पता चला है कि केल में पाए जाने वाले क्वेरसेटिन और केम्पफेरोल जैसे फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट में इंसुलिन में सुधार करने की क्षमता होती है।
ब्रोकली स्प्राउट्सडायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप ब्रोकली स्प्राउट्स खा सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, इसमें ब्रोकली में सल्फोराफेन नामक तत्व होते हैं, जो इंसुलिन सेंस्टिविटी को ब्लड शुगर और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें ब्रोकोली स्प्राउट्स में ग्लूकोराफेनिन जैसे तत्व भी होते हैं, जो टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
कद्दू के बीजफाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर कद्दू के बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक बढ़िया विकल्प है। कद्दू में पॉलीसेकेराइड नामक कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। अधययन में पाया गया है कि कद्दू के बीजों को भूनकर खाने से शुगर के मरीजों को लाभ हो सकता है। अप कद्दू का रस या इसका पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।