पब्लिक प्लेस से ज्यादा घर पर फैल रहा कोरोना का संक्रमण, जानें वजह

वर्तमान समय में कोरोना वायरस एक बड़ी परेशानी बना हुआ हैं जिससे दुनियाभर में 1.5 करोड़ से भी अधिक लोग संक्रमित हैं और भारत में यह आंकड़ा 12 लाख को पार कर चुका हैं। ऐसे में इसको समझकर और इसके बारे में जानकर इससे अपना बचाव करना बहुत जरूरी हैं। मास्क और सोशल डिस्टेंस बनाए रखना इससे बचाव का महत्वपूर्ण तरीका बताया जा रहा हैं। लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया हैं कि व्यक्ति को पब्लिक प्लेस से ज्यादा अपने घर पर संक्रमण फ़ैल रहा हैं।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हर 10 में एक व्यक्ति को कोरोना संक्रमण अपने घर से हो रहा है। यह रिसर्च साउथ कोरिया के पैंडेमिक एक्सपर्ट्स (epidemiologists) द्वारा कही गई है। इसको 16 जुलाई को सीडीसी द्वारा पब्लिश किया गया है। रिपोर्ट में आंकड़ों के माध्यम से समझाया गया है कि 5 हजार 706 लोगों को हुआ कोरोना संक्रमण, इनके संपर्क में आए 59,000 लोगों को संक्रमित कर देता है।

स्टडी में यह बात भी साफ हुई है कि अगर 100 लोगों में कोरोना संक्रमण के ताजा मामले देखे जाते हैं तो इनमें से मात्र 2 लोग ही ऐसे होते हैं, जिन्हें यह संक्रमण कहीं बाहर से या पब्लिक प्लेस से लगा होता है। बाकि के 98 लोगों में यह संक्रमण उनके परिवार के ही किसी सदस्य के जरिए फैला होता है।

उम्र के आधार पर यदि बात करें तो जिन परिवारों में टीनेजर्स और बुजुर्गों में यह संक्रमण आ जाता है, उस परिवार के ज्यादातर लोगों में इस बीमारी के लक्षण देखने को मिलते हैं। ऐसा शायद इस कारण अधिक होता है क्योंकि परिवार में इन लोगों को सबसे अधिक केयर और अटेंशन दी जाती है। ये परिवार के सभी लोगों के अधिक संपर्क में आते हैं। यह कहना है कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (KCDC) के डायरेक्टर जिओंग उन कियोंग का।

शोध से जुड़े एक्सपर्ट्स के अनुसार, बड़ों की तुलना में ऐसे बच्चों की संख्या कहीं अधिक देखी गई है, जो ऐसिंप्टोमेटिक हैं। यानी इन बच्चों में कोरोना का वायरस पाया गया है लेकिन इनमें इस बीमारी के कोई लक्षण परिलक्षित नहीं हो रहे हैं। हालांकि उम्र के आधार पर अभी यह बात साफतौर पर नहीं कही जा सकती है कि यह वायरस बच्चों के जरिए अधिक फैल रहा है बड़ों के जरिए।