घर बैठे इस थेरेपी से दूर होगी दर्द और बीमारियां, आइये जानें

आज के समय में कई बीमारियां अपना कहर बरपा रही हैं जैसे कि वर्तमान में कोरोनावायरस। इसी तरह इंसान कई बिमारियों से घिर चुका हैं और इनसे निजात पाने के लिए व्यक्ति को खुद को मजबूत बनाने की जरूरत होती हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया हैं कि घर बैठे संगीत थेरेपी की मदद से मानव कई रोगों को मात दे सकता हैं और स्वस्थ शरीर की चाहत को पूरा कर सकता हैं। संगीत न केवल रोगियों का मूड सही करता है बल्कि एकाग्रता बढ़ाने और दिमाग की कार्यप्रणाली में सुधार भी करता है।

रिसर्च में ये साफ तौर पर बताया गया है कि संगीत थेरेपी से मानव शरीर के विभिन्न रोगों को कम किया जा सकता है। कई बार हमने देखा है कि संगीत दर्द को कम करने के लिए बेहद प्रभावी है। लेकिन अब इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है। खासकर वो लोग जो स्ट्रोक से पीड़ित हैं वे म्यूजिक थेरेपी (Music therapy) से काफी हद तक सही हो सकते हैं।

म्यूजिक थेरेपी (Music therapy) के माध्यम से मानसिक रोग और शारीरिक रोगों को ऊंचे, मध्यम और धीमे स्वर के जरिये ठीक करने की कोशिश की जाती है। ये थेरेपी तब दी जाती है जब मरीज को बीमारी से जुड़ी दवाइयों के साथ-साथ आराम भी मिले। शोधकर्ताओं ने बताया कि संगीत थेरेपी से दिमाग की संरचना में सुधार भी होता है।

बता दें, ये रिसर्च एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा की गई है। इस शोध के लिए 177 रोगियों को लिया गया। इस रिसर्च में तकरीबन दो साल का समय लगा। मरीज इन दो साल में करीब 675 म्यूजिक थेरेपी सत्रों (फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी और क्लिनिकल साइकोलॉजी आदि जैसे उपचार) का हिस्सा बने।

रिसर्च के दौरान रोगियों ने वाद्ययंत्र जैसे ड्रम, गिटार या हाथ से बजाने वाले अन्य यंत्र का प्रयोग तो किया ही साथ ही उन्होंने टचस्क्रीन वाले उपकरणों का भी उपयोग किया। शोध में पता चला कि मरीजों पर इस थेरेपी का सकारात्मक असर हुआ है। शोधकर्ता एलेक्स ने कहा कि म्यूजिक थेरेपी रोगियों को काफी उत्साह से भर देती है। उन्होंने आगे ये भी बताया कि संगीत थेरेपी के अलावा स्पीच एंड लैंग्वेज थेरेपी भी काफी असरदार है।