सर्दियों के दौरान छाती में जमा होने लगता है बलगम, इन 10 उपायों से दूर होगी समस्या

सर्दियों का मौसम जारी है और हर दिन ठंड बढ़ती जा रही है। जब मौसम में परिवर्तन होता है, तो इस दौरान हमारे शरीर को मौसम में परिवर्तन के अनुसार ढलने में थोड़ा समय लगता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह समय खतरनाक होता है। वो आसानी से इस बदलते मौसम में सर्दी-खांसी, जुकाम जैसे कई विकारों की चपेट में आ जाते हैं। इन दिनों सर्दी-जुकाम की परेशानी होने पर फेफड़ों में कफ जमा होने लगता है। लंबे समय तक फेफड़ों में जमा बलगम की वजह से कई अन्य तरह की परेशानी हो सकती है। इसके कारण शरीर और छाती में सूजन के साथ ही, संक्रमण का जोखिम भी बढ़ता है। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिन्हें आजमाकर छाती में जमा होने वाले बलगम को दूर किया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...

स्टीम लें

कफ की दिक्कत को दूर करने में स्टीम लेना सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। भाप की गर्मी जब गले व नाक के रास्ते से शरीर में प्रवेश करता है तो ये बलगम को तोड़ने में मदद करता है। कोरोना काल में वैसे भी एक्सपर्ट्स दिन भर में दो से तीन बार भाप लेने की सलाह देते हैं।

नींबू

गुनगुने पानी में शहद और नींबू के सेवन से भी इस समस्या को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें एक चम्मच शहद और आधा नींबू डालें। अब बने मिश्रण को अच्छे से घोलकर सेवन करें। ऐसा करने से छाती में जमा कफ दूर हो सकता है।

नीलगिरी

नीलगिरी के उत्पादों का उपयोग वर्षों से खांसी को कम करने और बलगम को कम करने के लिए किया जाता है। वे आमतौर पर सीधे छाती पर लगाए जाते हैं। नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें भी नाक और छाती में जमा कफ को हटा सकती हैं। इसके लिए गर्म पानी में तेल मिलाकर स्नान करें।

गाजर

गाजर बलगम का इलाज करने के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। गाजर में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो प्रतिरोधक क्षमता को उत्तेजित करता है। इसके साथ ही, गाजर कई पोषक तत्वों और विटामिन सी समृद्ध होती है, जो कफ की समस्या को दूर करता है।

काली मिर्च

फेफड़ों से बलगम बाहर निकालने के लिए काली मिर्च का इस्तेमाल करें। इससे काफी फायदा हो सकता है। काली मिर्च में मौजूद गुण सर्दी-जुकाम की परेशानियों को दूर करने के साथ-साथ बलगम कम कर सकता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए 1 चम्मच काली मिर्च पाउडल लें। इसमें थोड़ा सा शहद डालकर रोजाना खाएं। इससे बलगम बाहर निकल सकता है।

कच्ची हल्दी

कच्ची हल्दी भी काम आ सकती है। थोड़ी सी कच्ची हल्दी का रस लें और कुछ बूंदों को अपने गले में डालें, फिर थोड़ी देर के लिए रुक जाएं। आप चाहें तो हल्दी के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे भी कर सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक होता है, जो बलगम को घोलने में मदद करता है। इसके एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण खांसी और सर्दी के इलाज में मदद करते हैं।

अदरक

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाया जाता है जो कफ को क्लियर करने में मददगार हो सकता है। शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और संक्रमण कफ को बाहर कर सकता है। इसका सेवन करने के लिए 1 छोटा सा अदरक का टुकड़ा लें। अब इसे हल्का सा गर्म करें। इसके बाद इसमें नींबू का रस मिक्स करके खाएं। इससे बगलम बाहर निकाल सकते हैं।

नमक के गरारे

छाती में जमा कफ को दूर करने में नमक के गरारे भी आपके बेहद काम आ सकते हैं। ऐसे में आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालें और उसके बाद गरारे करें। गरारा करते वक्त ध्यान रहे कि पानी पेट में ना जाए। ऐसा करने से भी कफ को बाहर निकाला जा सकता है।

पुदीने का तेल

हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पुदीने का तेल छाती में जमा कफ को हटाने में प्राकृतिक रूप से मदद करता है। गर्म पानी में पुदीने के तेल की कुछ बूंदे डालें और इससे भाप लें।

प्याज

प्याज में प्रभावी एंटीबायोटिक, सूजनरोधी और एक्सपेक्टरेंट के गुण होते हैं, जो आपको गले की समस्या और बलगम से छुटकारा दिलाते हैं। इसके साथ ही, प्याज प्रतिरोधक क्षमता को उत्तेजित करने में मदद करती है और इलाज की प्रक्रिया को तेज़ करती है। आप प्याज और चीनी का भी टॉनिक बना सकते हैं, जिससे बलगम को पतला करने में मदद मिलेगी।