वर्तमान समय में दिल्ली-NCR की जह्रिकी हवा सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं क्योंकि पिछले 3-4 दिन से लगातार एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 से ज्यादा है और बीते दिन 708 AQI रिकॉर्ड किया गया। ऐसे ही हालात देश के कई अन्य शहरों के भी हैं। प्रदूषण से खांसी, सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन, उल्टी आने और जी घबराने जैसी समस्याएं होती हैं। बच्चों और वृद्ध लोगों के लिए तो यह जानलेवा साबित हो सकता हैं। सरकार द्वारा इसे रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इससे बचाव के लिए जरूरी हैं कि आप भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। तो आइये जानते हैं इससे कैसे बचा जाए।
सतर्कता में ही समझदारी
वायु प्रदूषण से नवजात को बचाना बहुत ही जरूरी होता है। घर से बाहर बच्चों को लेकर कतई ना निकले। घर की खिड़कियां बंद करके रखे। धूप निकलने पर पंखा चलाकर खिड़कियों को खोले। थोड़ी देर बाद इसे बंद कर दें। जिस कमरे में बच्चे को लेकर रह रहे हैं वहां एयर प्यूरीफायर लगाए। बच्चे को पूरी बाजू के कपड़े पहनाए। वायु प्रदूषण से आपकी त्वचा भी प्रभावित होती है। इसलिए पूरे बाजू के कपड़े पहने।
इस तरह रखें बच्चों का ख्याल
बच्चे जब बाहर खेलने जाए तो मास्क जरूर लगाए। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करें कि मास्क एन-95 या पी-100 का है। बच्चों को वहां खेलने दे जहां बहुत सारे घास हो। धूल वाली जगहों पर बच्चों को खेलने ना दें। ट्रैफिक और धूल वाले रास्तों पर बच्चों को ना ले जाएं।
मॉर्निग वॉक की जगह घर में करे योगा
वहीं बड़े और बुजुर्ग अगर मॉर्निग वॉक पर निकलते हैं तो जब तक प्रदूषण का स्तर बढ़ा है तब तक पार्क ना जाए। घर पर ही योगा और एक्सरसाइज करें। अस्थमा के मरीज अपने साथ इनहेलर और दवाई लेकर जरूर निकलें। अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलें। बाहर निकलने पर चश्मा भी जरूर लगाए।
घर के भीतर लगाए ये पौधे
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए घर के अंदर पौधे लगाए। आप घर में एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट (नाग पौधा), पाइन प्लांट (देवदार का पौधा) मनी प्लांट, अरीका पाम और इंग्लिश आइवी लगा सकते हैं। यह पौधे घर की हवा को साफ करने में मददगार साबित होते हैं।
खाने पीने में शामिल करें विटामिन C और E
खाने-पीने की चीजों में विटामिन सी और विटामिन ई को शामिल करने से वायु प्रदूषण से बचा जा सकता है। विटामिन सी सबसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट हैं। पानी में घुलने वाला यह विटामिन हमारी फ्री रैडिकल की सफाई करता है। यही नहीं, विटामिन सी, विटामिन ई बनने में सहयोग करता है। फेफड़ों में इसके पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए अपने नियमित डाइट में विटामिन सी शामिल करना बहुत जरूरी है।