हमारे शरीर में कई संवेदनशील अंग हैं, जिसमें से एक कान भी हैं। कान हमारे सुनने के काम आता हैं, लेकिन कभीकभार कान में हुआ दर्द कई समस्याओं का कारण भी बनता हैं। कान में हुआ दर्द असहनीय होता हैं और यह दिमाग की नादों को भी प्रभावित करता हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन मुख्य कारण आपकी लापरवाही होती हैं, जो आपको बहरा भी बना सकती हैं। जी हाँ, कुछ गलतियां ऐसी होती हैं जो हमारे कान दर्द का कारण बनती हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में।
* कान की बहुत ज्यादा सफाई करनाकान में थोड़ा सा भी वैक्स होने पर आप इसे तुरंत निकाल देते हैं और कोशिश करते हैं कि आपके कान हमेशा साफ रहें, फिर भी आपके कान में अक्सर दर्द की शिकायत रहती है? तो इसका कारण कान की जरूरत से ज्यादा सफाई भी हो सकता है। दरअसल कान में बनने वाला वैक्स हमारे कानों की सुरक्षा के लिए ही बनता है। कान में बनने वाला ये वैक्स कान के लिए वाटर प्रूफ शील्ड जैसा काम करता है। ज्यादा सफाई से कान से ये सुरक्षा की पर्त हट जाती है जिससे पानी और अन्य संक्रमणकारी बैक्टीरिया कान में पहुंच जाते हैं। इसलिए कान की सफाई करें मगर ऐसा बहुत जल्दी-जल्दी न करें और न ही बहुत गहराई तक की सफाई करें।
* कान में संक्रमण के कारणकान में संक्रमण की समस्या भी हो सकती है। कान में आसानी से तरल पदार्थ प्रवेश कर सकता है, इसके कारण यह कान को संक्रमित कर देता है। कानों में संक्रमण के कारण खसरा, मम्स आदि बीमारियों के कारण भी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए जब भी कान में पानी या दूसरा तरल पदार्थ चला जाये तब कानों को अच्छे से साफ जरूर कर लें।
* चोट लगने के कारणअगर कान में किसी तरह की चोट लग गई है तो इसके कारण भी सुनने की क्षमता कम हो जाती है। जानलेवा घटना जैसे विस्फोट या वाहन चलाते समय कोई दुर्घटना घटित होने से कान में अचानक तेज दर्द हो तो हो सकता है कि कान के पर्दे में छेद हो गया हो। अगर दुर्घटना के समय तेज दर्द हो और फिर सुनाई पड़ना बंद हो जाए तो समझिए की कान के मध्य भाग को नुकसान पहुंचा है।
* ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमालईयरफोन का अधिक प्रयोग करने से भी बहरेपन की समस्या हो रही है। वर्तमान में युवाओं में ईयरफोन के प्रयोग का चलन अधिक बढ़ा है। तेज ध्वनि ईयर ड्रम को क्षति पहुंचा कर उसे पतला कर देती है। ईयरफोन से निकलने वाली तेज ध्वनि के कारण, शुरू में कानों की रोम कोशिकाएं अस्थायी रूप से क्षतिग्रस्त होती हैं। या एक कान में सुनाई देना बंद हो जाता है। लेकिन इसका अधिक प्रयोग करने से यह बहरेपन का कारण भी बन सकता है।