इन 5 प्राणायाम/योगासन से करें वजन कम, एक महीने में ही दिखेगा असर

आजकल मोटापा होना और वजन बढ़ना एक आम और वैश्विक बिमारी हो गई है। जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ जाना कई बीमारियों की ओर इशारा करता है। इसे समस्या से समय रहते पीछा छुड़ाने में ही भलाई है। मोटापे की समस्या दो चीजों पर निर्भर करती है, पहला कि आहार कैसा है और दूसरा शारीरिक गतिविधि कितनी हो रही है। इन दोनों के बीच संतुलन बनाकर मोटापे को कम किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते है कि केवल आप 5 प्राणायाम या योगासन के जरिये अपने वजन को कम कर सकते है और स्वस्थ भी रह सकते है। आज हम इस आर्टिकल के जरिये इन्हींपांच प्राणायाम के बारें में जानकारी देने वाले है। जो आपका मोटापा कम करने के श्रेष्ठ विकल्प है।

भस्त्रिका प्राणायाम

यह प्राणायाम आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में ताजा ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए है। इसे करने के दौरान आपको पद्मासन में बैठना है और फिर अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें जिससे हथेलियां ऊपर की ओर हों।फिर नॉर्मल सांस लें और रिलेक्स करें। अब अपनी पूरी ताकत से गहरी सांस लें ताकि आपके फेफड़े ऑक्सीजन से भर जाएं और फिर जोर से सांस छोड़ें।भस्त्रिका प्राणायाम 5-5 मिनिट नॉर्मल स्पीड से फिर मीडियम और फिर स्पीड से करना सही माना जाता है।

सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार में 12 स्टेप्स होती हैं और इनमें से हर स्टेप्स को सांस लेने के साथ किया जाता है, जिससे आपको फोकस और एक्यूरेसी आती है। यह आपके पूरे शरीर को वजन घटाने को बढ़ावा देता है।इससे काफी अधिक कैलोरी बर्न होती है और ये आपकी होल बॉडी पर इफेक्ट डालता है।अवसादग्रस्त मरीज के लिए भी इसका अभ्यास फायदेमंद साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए सूर्य नमस्कार को प्रभावी पाया गया है। सूर्य नमस्कार करने से चयापचय और हृदय संबंधी स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। इससे फैट मास (वसा के भार) में कमी आ सकती है। सूर्य नमस्कार के इस प्रभाव के कारण ही वजन कम करने के लिए योगासन की लिस्ट में इसे शामिल किया गया है।

अनुलोम विलोम

इसे करने के लिए आप योग चटाई पर क्रॉस लेग करके साथ बैठें और आराम करें। अपनी आंखें बंद करें और अपने सभी मसल्स को रिलेक्स रखें। अब नाक को दाहिने नथुने को अपने दाहिने अंगूठे से दबाएं और बाहिने ओर से सांस लें।सांस को 5 सेकेंड तक अंदर ही रखें और फिर बाहिने नथुने को बंद करते हुए दाहिने नथुने से सांस छोड़ें। इस तरह आपका इस प्राणायाम का एक राउंड पूरा हो जाता है। 5-10 मिनिट तक इसे दोहरा सकते हैं।सीटेड स्पाइनल ट्विस्टइस टेक्नीक को अर्ध मत्स्येन्द्रासन के रूप में भी जाना जाता है। ये आपके पेट और पीठ पर काम करता है। इसे करने के लिए अपने पैरों को सीधे करें और फिर इस आसन को दोहराएं।याद रखें कि योग करते समय आपके सांस लेने का बहुत अहम योगदान होता है इसलिए उसका खासकर ध्यान रखें।

कपालभाति

ये योगासन में आप सांस लेने की एक नई टेक्नीक सीखते हैं। योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा बताया हुआ ये सांस लेने का तरीका है जो कि वजन कम कर सकता है।

अपने योग चटाई पर बैठकर शरीर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए गर्दन को सीधा रखें और अपने पैरों को क्रास करते हुए बैठें। फिर अपनी आंखें बंद करें और अपने घुटनों पर हाथों को रिलेक्स स्थिति में रखें।

अपने नाक से सांस को बाहर की ओर छोड़ें और फिर पेट को अंदर की ओर सिकोड़ें या स्क्वीज करें। फिर नॉर्मल स्थिती में आएं और फिर से इसे दोहराएं। पहले इसे करने की आदत डालें और फिर जैसे ही आपको सही तरीका आ जाए तो फिर आप स्पीड बढ़ाएं। ऐसा आप 5-10 मिनिट तक दोहरा सकते हैं।

सीटेड स्पाइनल ट्विस्ट

इस टेक्नीक को अर्ध मत्स्येन्द्रासन के रूप में भी जाना जाता है। ये आपके पेट और पीठ पर काम करता है। इसे करने के लिए सबसे पहले आप दंडासन में बैठ जायें। हल्का सा हाथों से जमीन को दबायें और सांस अंदर लेते हुए रीढ़ की हड्डी को लंबा करें। बाएं पैर को मोड़ें और दाएं घुटने के उपर से लाकर बाएं पैर को जमीन पर रखें। दाहिने पैर को मोड़ें और पैर को बाएं नितंब के निकट जमीन पर आराम से रखें। बाएं पैर के उपर से दाहिने हाथ को लायें और बाएं पैर के अंगूठे को पकड़ें। श्वास छोड़ते हुए धड़ को जितना संभव हो उतना मोड़ें और गर्दन को मोड़ें जिससे कि बाएं कंधे पर दृष्टि केंद्रित कर सकें। बाएं हाथ को जमीन पर टिका लें और सामान्य रूप से श्वास लें। यह है अर्ध मत्स्येन्द्रासन की मुद्रा। नीचे दी गयी तस्वीर को देखें। 30-60 सेकेंड के लिए मुद्रा में रहें। आसन से बाहर निकलने के लिए सारे स्टेप्स को विपरीत क्रम में करें। याद रखें कि योग करते समय आपके सांस लेने का बहुत अहम योगदान होता है इसलिए उसका खासकर ध्यान रखें।