किशोरियों में देरी से यौवन आना दर्शाता है कैल्शियम की कमी, जानें अन्य लक्षणों के बारे में

शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए कई तरह के पोषक पदार्थों की जरूरत होती हैं जिसमें से एक हैं कैल्शियम। कैल्शियम शरीर को मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र की क्रियायों को नियंत्रित करने में मदद करने के साथ ही हड्डियों और दांतों के विकास के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता हैं। ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी होना आपके लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता हैं। समय रहते इसके लक्षणों को जानकर उचित इलाज लेना जरूरी हैं। तो आइये जानते हैं उन लक्षणों के बारे में जो कैल्शियम की कमी को दर्शाते है।

कमजोर दांत

कैल्शियम की कमी दांतों पर साफ दिखाई देती है। दांतों की सड़न पहला लक्षण है। अगर बचपन में ही कैल्शियम की कमी हो जाए तो बच्चे के दांत काफी देर से निकलेंगे।

मांसपेशियों में अकडन

कैल्शियम की कमी के लक्षण आपकी कमजोर हड्डियों से लगाई जा सकती है। कैल्शि यम की कमी की वजह से न केवल मांसपेशियों में अकड़न और दर्द होता है बल्कि थकावट भी जल्दी आ जाती है।

किशोरियों में देरी से होता है यौवन

महिलाओं के मामले में यौवन की देरी और मासिक धर्म में गड़बड़ी होना कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है। कई किशोरियों को मासिक से पहले काफी पीड़ा भी हो सकती है।

बालों का झड़ना और खराब होना

कैल्शियम की सही खुराख ना मिलने पर बाल बुरी तरह से झड़ने लगते हैं। बालों में कठोरता और रूखापन आम बात हो जाती है।

नाख़ून का टूटना

इसके अलावा कैल्शियम की कमी के कारण नाखून कमजोर होकर टूटने लग जाते हैं। नाखून इतने कमजोर हो जाते हैं कि थोड़ा सा झटका लगते ही टूट जाते हैं। नाखूनों को मजबूत बनाने के लिए रात को सोने से पहले दूध का सेवन करें।

कमजोर हड्डियां

कैल्शिम की कमी का सबसे पहला असर हड्डियों पर पड़ता है। इसमें बच्चों की हड्डियां पहले कमजोर होना शुरु हो जाती हैं। अगर कैल्शियम की कमी है तो आसानी से हड्डी फ्रैक्चर हो सकती है। मासपेशियों में अकड़न और दर्द हमेशा बना रह सकता है। चरम मामलों में तो रिकेट्स नामक बीमारी होने की संभावना हो सकती है।