वर्तमान समय में व्यक्ति की गलत लाइफस्टाइल ने उसको एक मरीज बनाकर रख दिया हैं। इस वजह व्यक्ति आए दिन किसी ना किसी शारीरिक परेशानी से गुजरता हैं। कई बीमारियां तो ऐसी हैं जिनका इलाज बिना ऑपरेशन के हो पाना असंभव लगता हैं। इन्हीं बिमारियों में से एक है हर्निया जो कि आजकल कई लोगों की समस्या बनती जा रही हैं। इसमें पेट का ओपेरतों कर इसे ठीक किया जाता हैं। अगर आप इस बीमारी और ऑपरेशन से बचना चाहते हैं तो इसके कारणों को जान अपना बचाव कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं हर्निया के कारणों के बारे में।
- पेशाब करने में दिक्कत या रुकावट होने पर भी हर्निया की आशंका बढ़ जाती है।
- अगर प्रेग्नेंसी में प्रोटीन कम लें या पूरा पोषण नहीं हो तो मसल्स कमजोर हो जाती हैं।
- 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में इसकी आशंका ज्यादा होती है। हालांकि किसी भी उम्र में हो सकता है।
- किडनी या लिवर की फेल होने वाले मरीजों में भी हर्निया होने की आशंका ज्यादा होती है।
- वेटलिफ्टिंग या बहुत ज्यादा वजन उठानेवाले को यह समस्या हो सकती है।
- ज्यादा मोटापा बढ़ने पर मसल्स के बीच में फैट जमा हो जाता है। इससे मसल्स पर प्रेशर पड़ता है और वे दो हिस्सों में बंट जाती हैं।
- अगर किसी हिस्से में सर्जरी हुई है और वहां प्रेशर पड़ता है तो हर्निया होने की आशंका होती है। सिजेरियन ऑपरेशन में पेट के बीच में टांके लगाए जाएं तो भी हर्निया के चांस बढ़ जाते हैं।
- लंबे समय तक खांसी रहे तो हर्निया हो सकता है क्योंकि खांसी से पेट पर प्रेशर पड़ता है।
- लगातार कब्ज की शिकायत रहने पर भी हर्निया हो सकता है।
- जो लोग बहुत ज्यादा सीढ़ियां चढ़ते-उतरते हैं, उनमें हर्निया के चांस बढ़ जाते हैं।