हर किसी को दिन भर की थकान के बाद एक अच्छी नींद की चाहत होती हैं जो स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी हैं। लेकिन अगर आपको कहा जाए कि आप सोते हुए आपनी कई बिमारियों को दूर कर सकते हैं तो कैसा रहेगा। जी हां, आप रात को किस पोजीशन में सोते हैं इसका आपकी सेहत पर गहरा असर पड़ता हैं और सही पोजीशन रख कई बिमारियों को दूर किया जा सकता हैं। आज हम आपको इससे जुड़ी जानकारी बताने जा रहे हैं कि किस दर्द में कैसे सोना चाहिए ताकि आपकी तकलीफ दूर हो सकें। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
कंधो में दर्द
अगर आपके कंधों में दर्द है तो एक साइड को आलिंगन की मुद्रा (किसी को गले लगाकर सोने की मुद्रा) में सोएं। कंधों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं लेकिन एक ओर को सोना एक मुख्य कारण है। ज्यादातर लोग अपनी नीचे वाली बाजू को अपने सिर के नीचे दबा कर सोते हैं। इससे कंधों बाजू और हाथ को नियंत्रित करने वाली नाड़ियों के नैटवर्क पर दवाब पड़ता है। इसलिए जिस ओर कंधे में दर्द न हो इस ओर लेटें और अपनी टांगों को हल्का-सा मोड़ लें। नीचे वाल बाजू को अपने सामने की ओर फैला लें। इसके बाद दोनों बाजूओं को अंदर की ओर लाते हुए तकिए को आलिंगन (गले लगाना) करें। अपनी टांगों को आगे की ओर न करें। इसके लिए आप टांगों के बीच तकिया भी रख सकते हैं।
गर्दन कठोर या दर्द होने पर
इस तरह की प्रॉब्लम होने पर पीठ के बल लेटें। सिर के नीचे एक ओर ढलान वाला तकिया न रखें क्योंकि इससे मांसपेशियों में खिचांव पैदा होता है और इससे गर्दन दर्द करने लगती है। गर्दन दर्द में आपको पीठ के बल गर्दन सीधी करके सोना चाहिए। यह आपके लिए फायदेमंद होता है।
पीठ दर्द होने पर
अगर आपको पीठ में दर्द या कभी-कभार रहता हो तो एक ओर करवट लेकर सोएं। आज के समय में 40 प्रतिशत लोग रीढ़ संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। ऐसा गलत पोजीशन में सोने के कारण होता है। इसके लिए आप रीढ़ को प्राकृतिक रूप से कर्ब्स पोजीशन में करके सोएं। अपनी किसी भी पोजीशन को किसी भी साइड को हल्के से घुटने मौड़कर और नितम्बों को वर्टीकल रखते हुए लेटें। एक सख्त तकिया अपने घुटनों के बीच में रख लें ताकि आपकी टागें नितम्बों की चौड़ाई जितनी ऊपर उठें। आपकी बाजू आपकी सामने की ओर हों।
साइनस की समस्या
साइनस की समस्या होने पर सिर को ऊंचा करके एक ओर सोएं। जब भी आपकी नाक बंद हो, एलर्जी, साइनस इंफेक्शन या पुराने जुकाम की समस्या हो, कभी भी पीठ के बल न सोएं। इसकी बजाए अपनी एक ओर को सिर के नीचे 2 तकिए रखकर सोएं ताकि गुरुत्वाकर्षण के कारण नाक खुल सके। इस बात को न भूलें कि जब आपका सिर ऊंचा हो तो आपकी बाजुओं को अतिरिक्त सपोर्ट की जरूरत होगी। इसलिए तकियों को बाजू के बीच में लेकर सोएं। इस स्लीपिंग पोजीशन में आपकी टांगे हल्की-सी मुड़ी होनी चाहिए।