कार्डिएक अरेस्ट आने से पहले बॉडी में दिखते हैं ये लक्षण, सिंगर केके की भी इस बीमारी से हुई मौत!, जानें इसके बचाव और इलाज

53 साल की उम्र में बिल्कुल फिट और युवा दिखने वाले मशहूर सिंगर केके का अचानक मंगलवार को निधन हो गया। केके की मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम पड़ेगी लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। कार्डिएक अरेस्ट एक ऐसी दिल से संबंधित बीमारी है जो एकदम अचानक से आती है। इसमें व्यक्ति के दिमाग और शरीर के सभी अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बंद हो जाता है और दम घुटने की वजह से व्यक्ति की मौत हो जाती है।

आपको बता दे, कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक दोनों ही अलग-अलग बीमारियां होती हैं। आज की खराब जीवनशैली और खानपान कार्डिएक अरेस्ट के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसे में आपको समय-समय पर अपनी सेहत की जांच कराते रहना चाहिए क्योंकि आपकी छोटी सी लापरवाही किसी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है, तो आइए आज हम आपको कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण, कारण और बचाव के तरीकों के बारे में बताने जा रहें हैं।

कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण

- सांस फूलना
- घबराहट महसूस होना
- सीने में दर्द होना
- चक्कर आना
- बेहोश होना
- बेचैनी महसूस होना
- तनाव होना

कार्डिएक अरेस्ट होने के कारण

हाई ब्लड प्रेशर


हाई ब्लड प्रेशर के कारण अगर आप किसी भी चीज़ के लिए बहुत ज्यादा टेंशन लेते गैं तो यह आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है।

मोटापा

मोटापा के कारण आप सभी लोग बढ़ते मोटापे से होने वाली समस्याओं के बारे में पता हैं। आपको इसे नजरअंदाज करने की जगह कंट्रोल करने की आवश्यकता है।

डायबिटीज

डायबिटीज के कारण डायबिटीज अपने साथ कई अन्य बीमारियां भी लेकर आती है। इसे शुरूआत से ही कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है।

ध्रूमपान

ध्रूमपान के कारण धूम्रपान के कारण आपको से दिल से संबंधित बीमारियां होने की संभावना तीन गुना से भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे यह कार्डियक अरेस्ट की वजह बन सकती है।

हार्ट अटैक

हार्ट अटैक के कारण अगर आपको पहले कभी भी हार्ट अटैक आया है तो आपको विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।

हाई कोलेस्ट्रॉल

हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण अगर आपके कोलेस्ट्रॉल का लेवल ज्यादा होता है तो भी आपको कार्डियक अरेस्ट होने की संभावनाएं होती हैं, इसलिए आपको विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।

कार्डिएक अरेस्ट के बचाव

- हर रोज व्यायाम करें
- बैलेंस डाइट अपनाए
- तनाव व चिंता से मुक्त रहे
- खराब कोलेस्ट्रॉल को न बढ़ने दें
- ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखें
- समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराते रहें
- वजन को न बढ़ने दे
- मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन भी कम से कम करें

कैसे करें इलाज

- ऐसे में सीपीआर बेहद आवश्यक होता है। जो आपके शरीर के सभी अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाता है।
-सीपीआर देने के लिए आपको सर्वप्रथम मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना होता है।
- सीपीआर के दौरान अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें। इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें।
- धक्का देते समय यह ध्यान दें कि छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। वहीं, इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है।
- इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।