रोजमर्रा के जीवन में कई बार जाने-अनजाने में लोग छोटी-मोटी दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं जिसकी वजह से कई बार घाव हो जाते हैं। आमतौर पर घाव अपने आप भर जाते हैं, लेकिन कई बार इनकी खास देखभाल करने की जरूरत होती है। घाव में बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है जिसके लिए दैनिक तौर पर मरहम-पट्टी की जाती हैं। लेकिन इसके बावजूद कई बार घाव भरने में बहुत समय लग जाता हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खें लेकर आए हैं जिनकी मदद से आपका घाव भरने में मदद मिलेगी। प्राकृतिक उपचारों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पाद एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी या एंटीबैक्टीरियल गुण युक्त हो सकते हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
लैवेंडर का तेलजानकार मानते हैं कि लैवेंडर का तेल किसी प्रकार के घाव या चोट को ठीक करने के गुणों से लैस होता है।लैवेंडर का एसेंशियल ऑयल चोट के लिए काफी प्रभावी माना जाता है और घाव को तेजी से भर सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण भी होते हैं। इसके एसेंशियल ऑयल को इस्तेमाल करने के लिए नारियल तेल या किसी और वाहर तेल में मिला लें ।आप इसे जोजोबा, जैतून या बादाम के तेल में भी मिला सकते हैं।
हल्दी का पेस्टहल्दी में करक्यूमिन नामक एक प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी घटक होता है, जो चोट पर लगाने पर त्वचा के घावों को ठीक करने में मदद कर सकता है। हल्दी में संक्रामक विरोधी घटक भी होते हैं। हालांकि घाव होने पर हल्दी का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। हल्दी अपने एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है और संक्रमण को ठीक करने में मदद कर सकती है। हल्दी में ऐसे गुण भी होते हैं जो सूजन को कम करने और त्वचा और रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक भी है। घाव को ठीक करने के लिए हल्दी से बेहतर कोई प्राकृतिक उपाय नहीं है।
दालचीनीदालचीनी के मजबूत एंटी बैक्टीरियल गुण घावों को ठीक करने में भी मदद कर सकते हैं। दालचीनी में संक्रमण से लड़ने और सूजन को कम करने की क्षमता होती है। दालचीनी में एक घटक होता है जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, दालचीनी को जलन को ठीक करने और त्वचा को ठंडा करके उसे ठीक करने में मदद करने के लिए भी जाना जाता है। यह खुले घावों को अविश्वसनीय गति से ठीक करता है और सामान्य रूप से उपचार के लिए बहुत अच्छा है।
लहसुनलहसुन अपने एंटी-माइक्रोबियल और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जाना जाता है। यह तुरंत रक्तस्राव को रोकने, दर्द को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। वास्तव में, लहसुन संक्रमण के खिलाफ शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को भी बढ़ाता है। अगर घाव से खून बह रहा है, तो उस पर लहसुन की कुछ कलियों को कुचल कर लगाएं।
एलोवेराएलोवेरा में एनाल्जेसिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और सुखदायक गुण होते हैं जो उपचार प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। दरअसल, इसके जेल में फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो दर्द को कम करने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। एलोवेरा की एक पत्ती को काटकर उसका जेल निकाल लें। घाव पर जेल लगाएं और सूखने दें। गर्म पानी से क्षेत्र को साफ करें और एक साफ तौलिये से थपथपाकर सुखाएं।
शहदशहद में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसका उपयोग शरीर में घाव को जल्द ठीक करने में मदद करता है। तीव्र घावों और जलन में बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। त्वचा में घाव के निशान को भी दूर करने में मददगार है। डॉक्टर किसी व्यक्ति को हल्के और बड़े घावों के लिए चिकित्सा शहद का उपयोग करने की सलाह दे सकते हैं।
टी ट्री ऑयलटी ट्री ऑयल एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो त्वचा की सूजन का भी इलाज कर सकता है। इस तेल का उपयोग चोट लगने पर करने से ना सिर्फ घाव ठीक करने में बल्कि सूजन कम करने में तेज़ी भी आ सकती है टी ट्री ऑयल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है; इसमें जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं और ये चोट में दर्द से राहत प्रदान करने में मदद करता है। टी ट्री ऑयल की एक बूंद खुले घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है।
नारियल का तेलनारियल के तेल में मोनोलॉरिन नामक पदार्थ होता है, जो एक फैटी एसिड होता है, जिसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। माना जाता है कि वनस्पति तेलों में पाए जाने वाले फैटी एसिड घावों को ठीक करने में मदद करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। संक्रमण के फैलाव को रोकने के जोखिम को कम करने में मदद के लिए घाव पर नारियल के तेल का उपयोग मददगार है। नारियल का तेल घावों को जल्दी ठीक करने में मदद कर सकता है।