अक्सर देखा जाता हैं कि शरीर की सही सफाई ना रख पाने की वजह से इन्फेक्शन का डर हमेशा बना रहता हैं। आजकल चेस्ट इन्फेक्शन की समस्या ज्यादा पनप रही हैं जिसमे शरीर से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। चेस्ट इंफेक्शन के दौरान पीला या हरे रंग का बलगम आना, सांस फूलना, सीने में दिक्कत महसूस होना, सूखी या बलगम वाली खांसी, घरघराहट, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान आदि इसके लक्षण हैं। ऐसे में इससे जुड़ी सही जानकारी पाकर आप खुद को स्वस्थ बना सकते हैं।
चेस्ट इंफेक्शन के कारण
- बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन के कारण चेस्ट इंफेक्शन हो सकता है। संक्रमण के प्रकार पर ही इसका कारण निर्भर करता है। उदाहरण के लिए ब्रोंकाइटिस वायरस की वजह से होता है जबकि निमोनिया के अधिकतर मामलों में बैक्टीरिया कारण होता है।
- चेस्ट इंफेक्शन से ग्रस्त व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकली संक्रमित बूंदों के संपर्क में आने पर आप भी इस संक्रमण से ग्रस्त हो सकते हैं।
- इसके अलावा वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमण जगहों पर जाने के बाद मुंह या चेहरे को छूने पर संक्रमण फैल सकता है। बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिला, शिशु या बच्चों, सिगरेट पीने वालों या किसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति से ग्रस्त व्यक्ति जैसे कि क्रोनिक ओब्स्ट्रक्टिव पल्ममोनरी डिस्ऑर्डर, अस्थमा या डायबिटीज के मरीजों में चेस्ट इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
चेस्ट इंफेक्शन के घरेलू उपाय
- बलगम को ढीला कर उस शरीर से बाहर निकालने के लिए कफ-निस्सारक दवाएं ली जा सकती हैं।
- शरीर को हाइड्रेट रखने और बलगम को ढीला कर बाहर निकालने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और पेय पदार्थ पिएं।
- सीधा लेटने से बचें। ऐसा करने से बलगम छाती में जमा हो सकता है। पीठ को तकिए का सहारा देकर सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर लेटें।
- खांसी से राहत पाने के लिए ह्यूमिडिफायर या इनहेल स्टीम वेपर का इस्तेमाल करें।
- अगर बहुत ज्यादा खांसी की वजह से गले में खराश हो गई है तो गर्म पानी में शहद और नींबू डालकर पिएं।
- धूम्रपान न करें और ऐसा करने वाले लोगों से भी दूर रहें।
- खांसी को दबाने वाली दवाओं का सेवन न करें। दरअसल, खांसने से फेफड़ों से बलगम बाहर निकल पाता है और अगर आप खांसी ही रोक देंगें तो इससे बलगम जमा होने लगेगा।
बचाव के तरीके
- हाथों को साफ रखें, खासतौर पर खाने से पहले और चेहरे या मुंह को छूने से पहले।
- संतुलित आहार लें। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आपको संक्रमण का खतरा कम रहता है।
- धूम्रपान करने से बचें और शराब का सेवन भी कम करें।
- अगर आपको चेस्ट इंफेक्शन हो गया है तो खांसते या छींकते समय रूमाल से मुंह को जरूर ढकें।
- अधिकतर मामलों में चेस्ट इंफेक्शन के लक्षण 7 से 10 दिनों के अंदर चले जाते हैं। हालांकि, खांसी तीन हफ्ते तक रह सकती है। अगर आपको लक्षणों में सुधार नहीं दिख रहा है या आपकी स्थिति और ज्यादा गंभीर हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।