आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में हर कोई जल्दबाजी में रहता हैं जिसकी वजह से कई बार चलते हुए अचानक चोट लगने या मोच आने का खतरा बन रहता हैं। देखने को मिलता हैं कि चोट वाली जगह पर अचानक दर्द और काफी तेजी से सूजन आ जाती हैं। इस तरह की अंदरूनी चोट में दर्द भी बहुत होता हैं। लेकिन लोग व्यस्तता के चलते इन चोट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। अगर चोट को नजरअंदाज किया जाए तो यह बड़ा रूप ले सकती हैं और तकलीफ बढ़ सकती हैं। आजकल जरा सी चोट लगने पर ही हड्डी टूटने का डर बना रहता हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जिनके इस्तेमाल से चोट के बाद उठी सूजन और दर्द से राहत पाई जा सकती हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
शहद और चूना
शहद और खाने वाले चूना का इस्तेमाल कर आप चोट और दर्द से राहत पा सकते। इन दोनों ही चीजों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो, चोट के कारण उत्पन्न हुए दर्द को खींच लेते है। इसके लिए आपको पीड़ा वाले स्थान पर थोड़ा से शहद में उसका पच्चीस फीसदी हिस्सा चूना मिलाकर लगाएं। शरीर के ग्रस्त अंग पर लगने के बाद यह आपको थोड़ा गर्म लगेगा। साथ ही, चूने में मौजूद कैल्शियम के कारण मिश्रण लगाया जाने वाले स्थान की स्किन ड्राई भी हो सकती है, लेकिन इससे घबराएं नहीं इससे आपके चोट में गर्म तासीर जा रही है। जिससे आसानी से आपको समस्या से निजात मिलेगी।
बर्फ से सिकाई
तीव्र चोट के बाद पहले 72 घंटों में, सूजन को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है शीत संकुचन का प्रयोग करना। ठंडा तापमान तंत्रिकाओं पर एक सुन्न प्रभाव डालता है, जो बदले में सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक पतली तौलिया में कुछ बर्फ के टुकड़े लपेटें तथा प्रभावित स्थान पर 10 मिनट के लिए इस पैक को रखें। हर 3 से 4 घंटे में यह विधि दोहराएं। बर्फ के टुकड़ो की बजाय, आप मटर के एक जमे हुए बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं ताकि एक ठंडा संपीड़न हो।
सेंधा नमक
चोट के बाद सूजन और दर्द को कम करने की बात आती है तो सेंधा नमक बहुत मददगार है। मैग्नीशियम सल्फेट से बना होने के कारण, सेंधा नमक रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है और तनावग्रस्त मांसपेशियों को आराम देता है। चोट लगने के 48 घंटे बाद आप सेंधे नमक का उपयोग शुरू कर सकते हैं। गर्म पानी से भरें एक छोटे टब में सेंधे नमक के 2 बड़े चम्मच मिलाएं। प्रभावित क्षेत्र जैसे पैर या हाथ को 10 से 15 मिनट के लिए टब में डुबो कर रखें। यह प्रक्रिया सप्ताह में 3 बार दोबारा दोहराएं। पैर या कंधे जैसे चोटिल बड़े अंगो के लिए, आप एक सेंधा नमक वाले बाथ टब में बैठ सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर
सिर पर दर्द और सूजन को ठीक करने के लिए आप एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल कर सकते हैं। एप्पल साइडर विनेगर में एंटीइंफ्लामेटरी गुण होते हैं। अगर आपको सिर पर अंदरूनी चोट है तो हल्के दर्द में आप इस तरीके को अपना सकते हैं। एप्पल साइडर विनेगर को पानी में मिलाएं और कपड़े में डुबोकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। कुछ मिनट बार फिर से इसे दोहरा सकते हैं।
एलोवेरा
लगभग हर मर्ज की दवा कहे जाने वाले एलोवेरा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते हैं। जिससे दर्द को कम करने में काफी सहायता मिलती है। उपचार प्रक्रिया को तेज करने में एलोवेरा जेल बेहद कारगर सिद्ध होता है। इसका इस्तेमाल आप घाव वाली जगह पर कर सकते हैं। एलोवेरा में ब्लड क्लॉटिंग को भी कम करने की क्षमता होती है। जिसके कारण खून का थक्का नहीं जमता।
हल्दी और प्याज का मिश्रण
आप हल्दी और प्याज से भी इस समस्या से निजात पा सकते हैं। हल्दी के गुणों के बारे में कौन नहीं जानता, ये हमें दर्द से निजात दिलाती है। अगर आपके पैर-हाथ में कहीं फैक्चर हो गया हो, लेकिन सूजन और दर्द काफी समय बाद भी कम ना हो रहा हो तो आप हल्दी, प्याज को एक साथ कूटकर सरसों के तेल में डालकर गर्म कर लें। मिश्रण में उबाल आने के बाद इसे गुनगुना होने तक किसी सामान्य स्थान पर रख दें। इसके बाद इस गुनगुने मिश्रण को चोटिल स्थान पर बांध लें। इस प्रक्रिया को रात को सोने से पहले करें और रातभर इसे बंधा रहने दें। सुबह तक दर्द में काफी आराम मिलेगा। दर्द पूरी तरह ठीक ना होने पर इस प्रक्रिया को अगली रात फिर दोहरा सकते हैं। याद रहे ऐसी स्थिति में आराम करना बेहद ज़रूरी होता है।
नीम का पेस्ट
नीम में एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, चोट और दर्द से छुटकारा पाने के लिए आपको नीम का पेस्ट ट्राय करना चाहिए। इसके लिए ताजी नीम की पत्तियों को धोकर सुखाकर लें। सुखाने के बाद उन्हें पीसकर रख लें। आप चाहें तो इस पेस्ट में गूलर के पत्तों को भी पीसकर डाल सकते हैं, उससे चोट जल्दी ठीक हो जाती है। फिर इस पेस्ट को दर्द वाली जगह लगा लें, कुछ समय में आपकी समस्या दूर हो जाएगी।