अक्सर आपने महसूस किया होगा कि अधिकतर बिमारियों की शुरुआत पेट में हुई खराबी से ही शुरू होता है, जिसका मुख्य कारण होता है पाचन क्रिया मे खराबी। जी हाँ, पाचन क्रिया में खराबी की वजह से शरीर को भोजन पचाने में तकलीफ होती है और यह कई दिक्कतों का कारण बनता हैं। ऐसे में जरूरी है कि अपने पाचन तंत्र को दुरुष किया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ घरेलू नुस्खे लेकर आए है जिनकी मदद से आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्त किया जा सकता है और कई परेशानियों से बचा जा सकता हैं।
* अधिक मात्रा में पानी पीये हमारे लिए पानी बहुमूल्य है। अधिकतर लोग बहुत कम पानी पीते है। हमें एक दिन में लगभग 2 लीटर पानी पीना चाहिए। अगर आपका पाचन तन्त्र ठीक नहीं है तो आप इसे अधिक पानी भी पी सकते है। यह हमारे शरीर में पानी की मात्रा को पूरा करता है जिससे भोजन को पचने में आसानी होती है। इसलिए पानी पीये और भरपूर पीये।
* अदरक अदरक का सेवन सर्दी के दिनों में खांसी,कफ,जुकाम जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए करते है। इसका सेवन करने से आपके हाजमे को ठीक करता है। ऐसा करने से आपका हाज़मा ठीक होगा, भूख लगेगी, पेट की गैस, कब्ज दूर होगी, मुंह का स्वाद ठीक होगा, भोजन की और रूचि बढ़ेगी। सर्दी जुकाम के कारण जीभ और कंठ में चिपका कफ भी खत्म होकर गला साफ करता है।
* नींबू आपके पेट दर्द और गैस जैसी समस्या से मुक्ति पाने का सबसे खास और अहम उपाय है नीबूं का रस जिसका सेवन करने से आपके शरीर के अंदर के विषैले पदार्थ को मूत्र द्वारा बाहर निकाल कर शरीर को नई स्फूर्ति और शक्ति प्रदान करता है। और हमारे लीवर को स्ट्रांग बनाने का काम करता है।
* पिपरमेंटपिपरमेंट का प्रयोग आपके खराब डाइजेशन को सही करता है और डाइजेशन से संबंधित होने वाली बीमारियों से बचाने में मदद करता है। यह पेट में बनने वाली गैस, ज्यादा समय तक पेट में दर्द होने की वजह से होने वाली सूजन और ऐंठन से राहत प्रदान करता है।
* हींग हींग में पाए जाने वाला एंटीआक्सीडेंट, एंटीफ्लूएंट आदि गुण पाचन क्रिया के लिए अच्छा है। यह गैस, पेट दर्द, पेट का फूलना, फूड प्वाइजनिंग आदि के उपचार में बहुत ही प्रभावी है। डाइजेशन सही रखने के लिए एक चुटकी हींग को एक ग्लास गर्म पानी में मिलाकर खाने के बाद प्रयोग करें।
* फास्ट फ़ूड को कहे अलविदा स्वाद हर कोई लेना चाहता है। इस स्वाद के चक्कर में हम लोग फास्ट फ़ूड खाने लगते है। किसी को यह कम पसंद होता है तो किसी को ज्यादा। जिसको यह ज्यादा पसंद होता है वह ख़राब पाचन तन्त्र का शिकार बन जाता है। महीने में कभी – कभी तो फ़ास्ट फ़ूड चल सकता है।