आइए जानें प्राकृतिक रूप से मलेरिया का इलाज कैसे किया जा सकता है...

मलेरिया के कारण हर साल कई लोग अपनी जान गंवा देते है। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलनेवाला रोग है, जिसमें ठंड लगकर तेज बुखार आता है। मलेरिया एक संक्रामक रोग हैं जो इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति से उसके आस – पास रहने वाले दुसरे व्यक्ति को हो सकती हैं। मलेरिया कोई आम बीमारी नहीं हैं, जो कुछ ही समय में ठीक हो जाए। यदि एक बार इसका प्रकोप फ़ैल गया तो इस बीमारी के प्रकोप से बच पाना बहुत ही मुश्किल होता हैं। हालांकि, मलेरिया से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं। किसी भी घरेलू इलाज का सबसे बड़ा फायदा इसका हानिरहित प्रभाव होता है। अब बहुत से डॉक्टर भी मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों के लिए भी एंटीबायोटिक के अलावा प्राकृतिक उपचार लेने की सलाह देने लगे हैं। मलेरिया का इलाज कुछ घरेलू नुस्खों से किया जा सकता है। आइए जानें प्राकृतिक रूप से मलेरिया का इलाज कैसे किया जा सकता है।

* नीम :

नीम का पेड़ मलेरिया-रोधी के रूप में प्रसिद्ध है। यह वायरस रोधी पेड़ है। मलेरिया मुख्यत: मच्छरों के काटने से होता है। सर्दी, कंपकपाहट, तेज बुखार, बेहोशी, बुखार उतरने पर पसीना छूटना, इसके प्रमुख लक्षण हैं। इस रोग में नीम के तने की छाल का काढ़ा दिन में तीन बार पिलाने से लाभ होता है। इससे बुखार में आराम मिलता है।

* तुलसी के पत्ते :

मलेरिया का बुखार होने पर 5 तुलसी के पत्ते लें, 4 ग्राम करंज की गिरी और 4 ग्राम कालीमिर्च के दाने लें। इसके बाद इन तीनों को एक साथ पीस लें। अब एक गिलास दूध लें और इसके साथ इस मिश्रण का सेवन करें।

* गिलोय :

गिलोय ऐसी आयुर्वेदिक बेल है, जिसमें सभी प्रकार के बुखार विशेषकर मलेरिया रोगों से लड़ने के गुण होते हैं। गिलोय के काढ़े या रस में शहद मिलाकर 40 से 70 मिलीलीटर की मात्रा में नियमित सेवन करने से मलेरिया में लाभ होता है।

* निम्बू :


मलेरिया के रोग से मुक्ति पाने के लिए एक निम्बू लें और उसे दो भागों में काट लें। इसके बाद थोडा सा सेंधा नमक लें और कालीमिर्च का चुर्ण लें। अब निम्बू के एक भाग पर इन दोनों के पाउडर को छिडक कर निम्बू को थोडा गर्म कर लें। अब इस निम्बू को धीरे – धीरे चूसें। आपको काफी लाभ होगा।

* अमरुद :

अमरुद का सेवन मलेरिया में लाभप्रद होता है। यदि किसी को मलेरिया हो जाए तो उसे रोज दिन में तीन बार उसे अमरूद अवश्य खिलाएं। बहुत प्रभावी रहेगा। अमरूद के मुकाबले इसके छिलके में विटामिन ‘सी’ बहुत अधिक होता है। इसलिए अमरूद को छिलका हटाकर कभी न खाएं।

* फिटकरी :


इस रोग के निदान हेतु 2 ग्राम फूली हुई फिटकरी लें, 4 ग्राम मिश्री लें और 10 ग्राम चीनी लें। इसके बाद इन सभी को एक साथ मिला लें और एक गिलास दूध लेकर इसके साथ इस मिश्रण का सेवन करें। जल्द ही मलेरिया का बुखार उतर जायेगा।