Holi 2020: होली के रंगों से दूर होगी आपकी बीमारियां, जानें विज्ञान

होली का त्यौंहार जो कि अपने अनोखे रंगों के लिए जाना जाता है। इन रंगों का और आपकी सेहत का गहरा नाता माना जाता हैं। जी हां, क्या आप जानते हैं कि होली के रंगों का विज्ञान में बड़ा महत्व बताया गया हैं जो कि आपकी बीमारियों को दूर करने का काम करते हैं। इसे कलर थैरेपी के नाम से जाना जाता हैं और पुराने समय से इसका उपयोग इलाज के तौर पर किया जा रहा है। अलग-अलग रंग शरीर और दिमाग को संतुलित रखते हैं। साथ ही आपके दिमाग को बूस्ट भी करते हैं। तो आइये जानते हैं कौनसा रंग आपके लिए उपयोगी साबित होगा।

शरीर की सुस्ती को दूर करेंगी ये 5 चीजें, करें सेवन

सिर्फ 5 मिनट में होगी अब कैंसर की पहचान, जानें किस तरह

नीला रंग

इस रंग को ठंडा रंग माना जाता है और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। कलर थैरेपी में इसका इस्तेमाल सिरदर्द, सूजन, सर्दी और खांसी के उपचार में किया जाता है।

नारंगी

नीला रंग उत्साह को बढ़ाकर फेफड़ों को मजबूत बनाता है। इसलिए नारंगी रंग अस्थमा, ब्रॉन्काइटिस और किडनी इंफ्केशन के मामलों में उपयोगी साबित होता है।

लाल रंग

यह रंग गर्म प्रकृति का होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल दर्द के इलाज के लिए बेहतर माना गया है। यह एड्रिनेलिन हार्मोन को बढ़ावा देता है। अनिद्रा, कमजोरी और रक्त से जुड़े रोगों में राहत देता है। इसके अलावा हर रंग प्रकृति के रंग से मिला-जुला होता है और आंखों को सुकून पहुंचाता है। हार्मोन को संतुलित रखने के साथ शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

पीला रंग

यह रंग मानसिक उत्तेजना के साथ नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है। यह पेट और स्किन के साथ मांसपेशियों को भी ताकत देता है। इसके अलावा पेट खराब होने और खाज खुजली के मामलों में पीला रंग फायदा पहुंचाता है।