मसालों में काली मिर्च न केवल स्वाद बढ़ाने के लिहाज से उपयोगी है बल्कि सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है। जानें इसके फायदे।
ब्लड प्रेशरब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने व शरीर को आराम देने में काली मिर्च बेहद फायदेमंद है। यदि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ गया हो तो छोटी चम्मच काली मिर्च का पाउडर को आधे गिलास पानी में मिलाकर पीएं। आपका बीपी कंट्रोल होने लगेगा।
पेट में गैस व एसिडिटीपेट में गैस या एसिडिटी की समस्या होने पर आप तुंरत नींबू में काला नमक और काली मिर्च का पाउडर या 2 दाने मिलाकर इसका रस चूसें। यह आपकी अपच व गैस की समस्या को पल भर में दूर कर देगी। यह डायरिया, कॉन्स्टिपेशन और एसिडिटी से आराम दिलाने में मदद करती है।
गठिया रोग मेंजो लोग गठिया की समस्या से परेशान हैं वे तिल के गर्म तेल में काली मिर्च को डालकर उसे ठंडा कर लें और बाद में उस तेल से गठिया वाली जगह पर मालिश करें। एैसा करने से दर्द मे आराम मिलेगा।
पेट में कीड़ेयदि पेट में कीड़े की समस्या हो तो थोड़ी सी मात्रा में काली मिर्च के पाउडर को एक गिलास छाछ में घोलकर पी लें।
वजनवजन घटाने में यह मददगार है। इसमें मौजूद पोटेंटफाइटोन्यूट्रियंट नामक तत्व फैट्स कोशिकाओं को तोड़ने का प्रयास करता है।
बवासीरबवासीर की समस्या से परेशान लोगों के लिए काली मिर्च किसी दवा से कम नहीं होती है। जीरा, चीनी और काली मिर्च के दानों को पीसकर चूरन बना लें और इस चूरन को सुबह और शाम तीन बारी खाएं। ये चूरन बवासीर की परेशानी को ठीक करता है। लेकिन इसके लिए आपको जंक फूड व आयली चीजों का सेवन बंद करना पड़ेगा।
कैंसर महिलाओं के लिए कालीमिर्च का सेवन बहुत लाभकारी होता है। कालीमिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी -ऑक्सीडेंट आदि तत्व भी पाए जाते है। कालीमिर्च ब्रेस्ट कैंसर को रोकने मेंमददगार होती है। यह त्वचा के कैंसर से भी शरीर की रक्षा करती है।
डिस्प्रेशनकालीमिर्च के इस्तेमाल से शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन बनता है, जो अच्छे मूड के लिए जिम्मेदार होता है. सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ने से डिप्रेशन में भी फायदा मिलता है. इसलिए अपने रोजमर्रा के खाने में काली मिर्च का इस्तेमाल करें और खुशमिजाज रहें।
नोट : इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।