खुश दिखने वाला भी हो सकता हैं डिप्रेशन में, इन 4 संकेतों से करें पता

आपने कई लोगों को देखा होगा जो अपने मिजाज और व्यवहार की वजह से सभी को खुश रखते हैं। वहीँ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जीने चहरे पर हमेशा एक मुस्कान रहती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमेशा खुश दिखने वाला भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता हैं बस वह जाताना नहीं चाहता हैं। इसे छिपाना कब घुटन बन जाए कहा नहीं जा सकता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अगर आपका कोई दोस्त या साथी डिप्रेशन में हो तो उसकी मदद की जाए। आज इस कड़ी में हम कुछ ऐसे संकेत लेकर आए हैं जो दर्शाते हैं कि व्यक्ति डिप्रेशन में हैं। तो आइये जानते हैं इन संकेतों के बारे में।

कुछ चीजों की सनक लग जाना

डिप्रेशन का शिकार लोग अक्सर लोग एक ही बात करते रहते हैं और किसी एक ही विषय पर बात करना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं वे बोलने के सिवाए कुछ और नहीं करते हैं। इस स्थिति से परेशान अपनी किसी बात को लेकर उसे मनवाने कि जिद्द पकड़ लेते हैं, जो कहीं न कहीं उनके डिप्रेशन का संकेत माना जाता है।

बेवजह की बातों पर रिएक्ट करना

इस स्थिति से गुजर रहे लोग भावुक पीड़ा का अहसास नहीं करते हैं। इसके अलावा न उन्हें बेइज्जती महसूस होती है। वे सबकी बातों पर विश्वास कर लेते हैं और अपनी भावनाओं को भूल जाते हैं। ये सभी चीजें व्यक्ति के डिप्रेशन का शिकार होने के संकेत दर्शाती है।

अव्यवस्थित घर

अगर किसी व्यक्ति का मन सफाई के काम में नहीं लगता है और उसके कपड़े, जूते आदि जैसे सामान यहां-वहां बिखरे पड़े रहते हैं तो ये संकेत है कि वे व्यक्ति कहीं न कहीं डिप्रेशन का शिकार है। इसके साथ ही जो व्यक्ति साफ-सफाई के नियमों का पालन न करता हो और अपने घर की सफाई न करता हो वे व्यक्ति भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता है।

साइकोमेटिक बीमारी

अगर कोई व्यक्ति अपने सीने में शिकायत, हाथों में तनाव, और सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानियां अनुभन कर रहा है तो वह कहीं न कहीं तनाव या डिप्रेशन का शिकार है। हालांकि इन स्थितियों में स्वास्थ्य की जांच कराने पर ये पता चलता है कि उसे किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है और उसका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। इस स्थिति में कहीं न कहीं उसे डिप्रेशन का शिकार पाया जाता है।