रोज एक आंवला खाएंगे तो आप अपनी उम्र से 10 वर्ष और जवान हो जाएंगे । ये हम नहीं हमारा आयुर्वेद कहता है। हर मर्ज की दवा है आवंला प्राचीन आयुर्वेदिक प्रणाली में आंवले को कई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता रहा है । वेदशास्त्र खंगाले जाएं तो आंवले का प्रयोग लगभग 5000 सालों से होता आ रहा है । ये विटामिन सी युक्त एक ऐसा फल है जो स्वाद में अजीबोगरीब है, लेकिन इसके फायदे इसकी उपयोगिता को कभी कम नहीं होने देते । सिर से लेकर पांव के नाखून तक आंवले से मिलने वाले पोषक तत्वों का फायदा मिलता है। तो आइये जानें आवले के ऐसे ही अनगिनत फायदे और इसका प्रयोग ।
— आंवला के रस में मिश्री और घी मिलाकर सेवन करें।
— सूखा पिसा हुआ आंवला प्रतिदिन एक चम्मच, पानी के साथ लेने से शरीर में स्फूर्ति एवं ताजगी आता है।
— बुढ़ापे की कमजोरी, बुढ़ापे में शरीर में चूने की मात्रा बढ़ जाती है। चूने की अधिकता हड्डियों, स्नायुओं और रक्तवाहिनियों को कठोर बना देती है। इससे शरीर की गतिशीलता में अवरोध उत्पन्न हो जाता है। आँवले का रेगुलर सेवन इस कठोरता को दूर करके सारी क्रियाओं को ठीक रखता है।
— सूखा आँवला पीस लें। इसकी दो चम्मच गेंहू की ब्रेड या रोटी के साथ रोजाना खाने से बुढ़ापा देर से आता है।
— आंवले का प्रयोग कच्चा, सुखाकर, प्रिजर्व करके किया जाता है । इसका मुरब्बा, आचार इसे खाने का सबसे अच्छा तरीका है। लेकिन किसी और फॉर्म में खाने की बजाय आंवला कच्चा खाना सबसे अच्छा तरीका है। इसका सीधा फज्ञयदा शरीर को मिलता है और स्फूर्ती लाता है।
— अगर आप आंवले को अपनी डेली डायट में शामिल करते हैं तो ये आपको दिल की बीमारी, मधुमेह से लेकर अस्थम, ब्रॉन्काइटिस और फेफड़ों की बीमारी से भी बचाता है।
— यदि पेशाब तथा गुदा के रास्ते रक्त आता हो तो एक चम्मच आंवला पिसा हुआ, इतनी ही मिश्री या शक्कर में मिलाकर ठण्डे पानी से दो बार फंकी लेने से रक्त बन्द हो जाता है।
— पेशाब की जलन के लिए ताजा आंवला का रस चौथाई कप, आधा कप पानी और स्वादानुसार शक्कर मिलाकर प्रतिदिन दो बार पीते रहने से पेशाब की जलन दूर हो जाती है। छाती की जलन में लाभ होता है। स्त्री के मूत्रांग की जलन ठीक होती है।
— आँवले का रस शहद के साथ सेवन करने से भी स्त्रियों का मूत्रांग की जलन शान्त होती है।
— पिसा हुआ आंवला या आंवला के रस में पाँच बूंद सरसों का तेल मिलाकर दाँतों पर मलने से पायोरिया ठीक हो जाता है।
— चेहरे की खूबसूरती के लिए आंवला झुर्रियाँ व झाँडय़ाँदृ प्रतिदिन सुबह शाम चेहरे पर आंवले के तेल की धीरे-धीरे मालिश करें।
— 50 ग्राम पिसा हुआ आंवला सेंक लें। इसमें दो चम्मच घी मिलायें। प्रतिदिन एक चम्मच शहद में मिलाकर खाने से त्वचा की चमक और सौंदर्य बढ़ता है।
— पिसे हुए आंवला को पानी में घोलकर उबटन की तरह मलकर स्नान करने से त्वचा चमकदार और रोगरहित होती है।
— यदि ताजा आंवला न मिले तो सूखे आंवलो को पानी में भिगोकर उस पानी को सिर पर लगायें। इससे मानसिक गर्मी दूर हो जाएगी।
— साबुत धनिया दो चम्मच, एक चम्मच पिसा हुआ आंवला रात को दो कप पानी में भिगो दें। प्रात: धनिया को हाथ से उसी पानी में मसलकर, पानी हिलाकर छानकर पियें। इसी प्रकार प्रात: भिगोकर शाम को पियें। दस दिन लगातार पियें। पेशाब की जलन दूर हो जायेगी।
— छाले, गले में छाले होने पर मिश्री, मुलहठी व सूखे आंवला को समान मात्रा में पीसकर एक चम्मच चूर्ण एक गिलास दूध में मिलाकर सुबह-शाम पियें। चार दिन इसका उपयोग करने से गले के छाले ठीक हो जायेंगे।
— बिना पिसा हुआ आंवला और धनिया प्रत्येक 15 ग्राम, एक गिलास पानी में रात को भिगो दें। प्रात: दोनों को मसलकर पानी छान लें। इसमें मीठे स्वाद के लिए मिश्री पीसकर मिला लें और पी जायें। इससे चक्कर आना बन्द हो जायेगा।
— सिरदर्द, दो चम्मच पिसा हुआ आंवला इतने ही घी और शक्कर में मिलाकर सुबह शाम खायें और ऊपर से दूध पियें। इससे अनेक प्रकार के सिरदर्द ठीक हो जाते हैं।
— कमजोरी से होने वाले सिरदर्द के लिए प्रात:काल खाली पेट दो आंवला के मुरब्बों का सेवन करना बहुत लाभदायक है।
— दाँत में कीड़ा लगा हो या दर्द हो तो आँवले के रस में जरा-सा कपूर मिलाकर दाँत पर लगायें। दर्द दूर हो जायेगा।
— आंवले के अर्क का इसतेमाल आंखों की औषधि बनाने में किया जाता है । आंवला खाने से जहां आंखों की दृष्टि तेज होती हे वहीं आंखों में उम्र बढऩे के साथ कैटरेक्ट होने की संभावना भी कम होती है । आंखों में होने वाली समस्याओं से आंवला काफी हद तक बचाव करता है । आंखों में कोई प्रॉब्लम होने पर आंवले का ऐसे प्रयोग करें । दो से तीन आंवले लेकर उन्हें सिल से कुचल लें । अब इन्हें आधा लीटर पानी में डालकर करीब दो घंटे तक रहने दें । इसके बाद इस पानी को छानकर आंखों में प्रयोग करें ।
— गर्मियों में नकसीर की समस्या बहुत आम हो जाती है । आंवले की ठंडक इस समस्या में आराम देती हैं । आंवले का प्रयोग करने से नाक से खून आना बंद हो जाता है । नकसीर में आंवले का इस तरह प्रयोग करें। आंवले को जामुन और कच्चे आम के साथ साथ पीस लें । अब इस लेप को मस्तिष्क पर लगाएं । 15 से 20 मिनट तक इस लेप को लगे रहने दें । नाक से खून आना बंद हो जाएगा।
दीर्घायु करता है आंवलापतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण के अनुसार आंवला शरीर को बूढ़ा होने से बचाता है । अगर आप भी लंबी उम्र चाहते हैं तो आंवले का सेवन इस प्राकर से करें । रात के समय घी, शहद और पानी के साथ एक चम्मच आंवले के पाउडर का सेवन रोज करना चाहिए । आंवले का स्वरस यानी जूस शहद और घी के साथ पीने से बुढ़ापा घटता है । इससे यौवन की पुनरूप्राप्ति होती है ।