अंजीर का सेवन सबसे ज़्यादा सर्दियों में किया जाता है और इसका उत्पादन भी सबसे ज़्यादा सर्दियों में ही होता है। पूरे साल इसका उत्पादन नही होता इस कारण इसे सूखे रूप में ही ज़्यादातर उपयोग में लिया जाता है। इसलिए अंजीर को सूखे मेवे की श्रेणी में माना जाता है। अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहुपयोगी फल है। अंजीर को सर्दियों में खाने का विशेष महत्व है। यह कब्ज को दूर करता है। इसमें में आयरन की काफी मात्रा में होता है। अंजीर में कई रासायनिक तत्व पाए जाते हैं। अंजीर जितना मीठा है। उतना ही लाभदायक भी है। मधुमेह रोग में भी अन्य फलों की तुलना में अंजीर का सेवन फायदेमंद होता है। तो आइये जानते हैं ओर किस तरह अंजीर शरीर के लिए फायदेमंद हैं।
* जुकाम से छुटकारा :सर्दी के मौसम में बाहर खेलने से अक्सर बच्चो को सर्दी जुकाम हो जाता है। जुकाम से छुटकारा पाने के लिए पानी में 4-5 अंजीर को डालकर उबाल लें। अब इस पानी को छानकर गर्म-गर्म सुबह और शाम को पीने के लिए बच्चो को दे, इससे जुकाम में राहत मिलेगी।
* फेफड़ों के रोग :फेफड़ों के रोगों में पांच अंजीर एक गिलास पानी में उबालकर छानकर सुबह-शाम पीना चाहिए। अंजीर का सेवन करने से सूखी खांसी दूर हो जाती है। अंजीर पुरानी खांसी वाले रोगी को लाभ पहुंचाता है क्योंकि यह बलगम को पतला करके बाहर निकालता रहता है। 2अंजीर के फलों को पुदीने के साथ खाने से सीने पर जमा हुआ कफ धीरे-धीरे निकल जाएगा। पके अंजीर का काढ़ा पीने से खांसी दूर हो जाती है।
* कब्ज :प्रतिदिन रात को 5-6 अंजीर के टुकड़े करके 250 मि।ली। पानी में भिगो दें। सुबह उस पानी को उबालकर आधा कर दें और पी जायें। उसके बाद अंजीर को चबाकर खाने से थोड़े ही दिनों में कब्जियत की शिकायत दूर हो जाती है और पाचनशक्ति मजबूत होती है। छोटे बच्चों के लिए 1-3 अंजीर पर्याप्त है। रात को सोने से पहले 3-4 अंजीर को दूध में उबाल लें, पहले अंजीर खायें फिर उपर से उसी दूध को पी लें। इस उपाय से भी कब्ज की समस्या दूर होती है।
* ताकत को बढ़ाने वाला :सूखे अंजीर के टुकड़े और छिले हुए बादाम को गर्म पानी में उबालें। इसे सुखाकर इसमें दानेदार शक्कर, पिसी इलायची, केसर, चिरौंजी, पिस्ता और बादाम बराबर मात्रा में मिलाकर 7 दिन तक गाय के घी में पड़ा रहने दें। रोजाना सुबह 20 ग्राम तक सेवन करें। इससे आपकी ताकत बढती है।
* कमर दर्द से राहत :घंटो कम्यूटर पर बैठ कर काम करने वाले लोगो को, या फिर घर में भी अधिक काम करने वाली महिलाओं को कमर दर्द की समस्या बनी रहती है। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए अंजीर की छाल, सोंठ और धनियां सब बराबर मात्र में लें और कूटकर रात के वक्त पानी में भिगो दें। सुबह इसके बचे रस को छानकर पी ले। इससे कमर दर्द में राहत मिलती है।
* त्वचा के विभिन्न रोग :कच्चे अंजीर का दूध समस्त त्वचा सम्बंधी रोगों में लगाना लाभदायक होता है। अंजीर का दूध लगाने से दिनाय (खुजली युक्त फुंसी) और दाद मिट जाते हैं। बादाम और छुहारे के साथ अंजीर को खाने से दाद, दिनाय (खुजली युक्त फुंसी) और चमड़ी के सारे रोग ठीक हो जाते है।
* एनीमिया :अंजीर में लौह और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिस कारण यह एनीमिया में लाभदायक है। 10 मुनक्के, 8 अंजीर और 200 मी०ली० दूध में उबालकर पी लें। इससे रक्त में वृद्धि होती है और एनीमिया की समस्या भी समाप्त हो जाती है।
* हाइपरटेंशन की समस्या :कम पोटैशियम और अधिक सोडियम लेवल के कारण हाइपरटेंशन की समस्या पैदा हो जाती है। अंजीर में पोटैशियम ज्यादा होता है और सोडियम कम होता है इसलिए यह हाइपरटेंशन की समस्या होने से बचाता है।