स्वस्थ शरीर के लिए आप क्या आहार लेते हैं यह बहुत मायने रखता हैं। इसके लिए फलों का सेवन किया जाना चाहिए जिसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। इन्हीं फलों में से एक हैं पपीता जिसमें विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, मैग्नीशियम, कैरोटीन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। इस नरम और मीठे फल में कम कैलोरी होती है और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पपीते को अगर सुबह खाली पेट खाया जाए, तो शरीर को ज्यादा फायदा होता है। यह आपके पेट से जुड़े कई विकारों को दूर करने के साथ ही कई अन्य फायदे भी पहुचाता हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
पाचन स्वास्थ्य को मिलता है बढ़ावा
खराब पाचन वाले लोगों के लिए रोजाना पपीता खाना जरूरी है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और भोजन को तेजी से मेटाबोलाइज करने में मदद करता है। पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है, जो भोजन को तेजी से तोड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जो कब्ज के जोखिम को रोकता है।
आंत की समस्या होगी दूर
पपीता फाइबर और पानी से भरा और लो कैलोरी फ्रूट है। ये आंत को साफ करता है और मल को बाहर निकालने में मददगार होता है। इससे कब्ज और अपच जैसी दिक्कतें भी दूर होती हैं।
वजन कम करने में मदद करता है
पपीते, कई अन्य फलों की तरह, कैलोरी में कम होते हैं, साथ ही इसमें पानी और फाइबर का उच्च स्तर होता है और यह ये गुण हैं जो किसी व्यक्ति को वजन कम करने में मदद करने के लिए जरूरी हैं, क्योंकि पानी और फाइबर तृप्ति को बढ़ाते हैं, जिससे यह लंबा हो जाता है।
पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को कम करता है
पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को कम करने में पपीता आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, पपीता एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को आसानी से कम कर सकता है। ये ऐंठन को कम कर सकता है। पपीते में मौजूद कैरोटीन गर्भाशय के संकुचन को प्रोत्साहित करता है और पीरियड्स को प्रेरित करता है जिस वजह से आप अनियमित पीरियड्स से बच सकते हैं। साथ ही कैरोटीन एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन को भी बढ़ाता है, जिससे पीरियड्स और प्रेग्नेंसी दोनों ही हेल्दी तरीके से रेगुलेट होते हैं।
दिल की सेहत में फायदेमंद
पपीता फाइबर, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है जो हृदय रोगों को दूर रखता है। हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर पोटेशियम के अधिक सेवन की सलाह देते हैं। पपीता कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करने में भी फायदेमंद माना जाता है जो हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
कैंसर के खतरे को कम करता है
विभिन्न प्रकार के कैंसर का मुख्य कारण मुक्त कण और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पपीता कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। लाइकोपीन एक प्रकार का कैरोटीनॉयड है, जो फल-सब्जियों में पाया जाता है जिसमें कैंसर विरोधी गुण होते हैं।
डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतर
मधुमेह रोगियों को रोजाना सुबह खाली पेट एक कटोरी पपीता खाना चाहिए। पपीते में नैचुरल शुगर होने के साथ एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। जो शुगर के मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है। पपीते का शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
खाली पेट पपीता का सेवन स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा को भी लाभ पहुंचाता है। क्योंकि इसमें विटामिन सी और विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है, साथ ही इसके सेवन से शरीर डिटॉक्स होता है और खून साफ होता है, जिससे त्वचा संबंधी समस्या दूर होती है और त्वचा स्वस्थ रहती है।
आंखों के स्वास्थ्य में मदद करता है
विटामिन ए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो अंधेपन को रोकने में मदद करता है और उम्र के कारण दृष्टि को होने वाले सभी नुकसान को धीमा करने में भी बहुत महत्वपूर्ण है। पपीता एक ऐसा फल है जो आंखों के लिए भी फायदेमंद है।