यौगिक विज्ञान में कुछ ऐसे सरल उपाय हैं जो सेहत और स्वस्थ रहने के लिए उत्तम हैं। जैसे उपवास करना, उठने और बैठने के ढंग, और ताम्बे के बर्तन में भरा हुए पानी पीने से होने वाले फायदे, इत्यादि। इस लेख के जरिए आज हम आपको बताने जा रहे है कैसें आप दो हफ्ते में एक दिन का उपवास रख कर अपनी सेहत और स्वास्थ को पूरी तरह से स्वस्थ रख सकते हैं।
आप शरीर के प्राकृतिक चक्र से जुड़ा मंडल नाम की एक चीज होती है। मंडल का मतलब है कि हर 40 से 48 दिनों में शरीर एक खास चक्र से गुजरता है। हर चक्र में तीन दिन ऐसे होते हैं जिनमें आपके शरीर को भोजन की आवश्यकता नहीं होती। अगर आप अपने शरीर को लेकर सजग हो जाएंगे तो आपको खुद भी इस बात का अहसास हो जाएगा कि इन दिनों में शरीर को भोजन की जरूरत नहीं होती। इनमें से किसी भी एक दिन आप बिना भोजन के आराम से रह सकते हैं।
11 से 14 दिनों में एक दिन ऐसा भी आता है, जब आपका कुछ भी खाने का मन नहीं करेगा। उस दिन आपको नहीं खाना चाहिए। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि कुत्ते और बिल्लियों के अंदर भी इतनी सजगता होती है। कभी गौर से देखें, किसी खास दिन वे कुछ भी नहीं खाते। दरअसलए अपने सिस्टम के प्रति वे पूरी तरह सजग होते हैं। जिस दिन सिस्टम कहता है कि आज खाना नहीं चाहिए, वह दिन उनके लिए शरीर की सफाई का दिन बन जाता है और उस दिन वे कुछ भी नहीं खाते। अब आपके भीतर तो इतनी जागरूकता नहीं कि आप उन खास दिनों को पहचान सकें। फिर क्या किया जाए! बस इस समस्या के समाधान के लिए अपने यहां एकादशी का दिन तय कर दिया गया।
हिंदी महीनों के हिसाब से देखें तो हर 14 दिनों में एक बार एकादशी आती है। इसका मतलब हुआ कि हर 14 दिनों में आप एक दिन बिना खाए रह सकते हैं। अगर आप बिना कुछ खाए बिना रह ही नहीं सकते या आपका कामकाज ऐसा है, जिसके चलते भूखा रहना आपके वश में नहीं और भूखे रहने के लिए जिस साधना की जरूरत होती है, वह भी आपके पास नहीं है, तो आप फलाहार ले सकते हैं। कुल मिलाकर बात इतनी है कि बस अपने सिस्टम के प्रति जागरूक हो जाएं।
एक बात और, अगर आप बार-बार चाय और कॉफी पीने के आदी हैं और उपवास रखने की कोशिश करते हैं तो आपको बहुत ज्यादा दिक्कत होगी। इस समस्या का तो एक ही हल है। अगर आप उपवास रखना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने खानपान की आदतों को सुधारें। पहले सही तरह का खाना खाने की आदत डालें, तब उपवास की सोचें। अगर खाने की अपनी इच्छा को आप जबर्दस्ती रोकने की कोशिश करेंगे तो यह आपके शरीर को हानि पहुंचाएग।
उपवास रखने के फायदें# व्रत करने से नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं के बनने में मदद होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के विशेषज्ञों की मानें तो कैंसर के मरीजों के लिए व्रत रखना बहुत फायदेमंद होता है। खासतौर पर उन मरीजों के लिए जो कीमोथेरेपी ले रहे हैं।
# व्रत करने से दिमाग भी स्वस्थ रहता है। व्रत करने से डिप्रेशन और मस्तिष्क से जुड़ी कई समस्याओं में फायदा होता है।
# आज के समय में तनाव एक बहुत बड़ी मेडिकल प्रॉब्लम है। व्रत करने से तनाव में कमी आती है।
# व्रत उपवास करने से आयु भी बढ़ सकती है। इनसे शरीर में होने वाली ऑटोफैजी ( Autophagy ) नामक प्रक्रिया में मदद मिलती है। ऑटोफैजी कोशिकाओं में साफ सफाई के लिए होने वाली प्रक्रिया होती है। इस प्रकिया के द्वारा शरीर की कोशिकाओं में पैदा होने वाले अपशिष्ट पदार्थ , नुकसान करने वाले तत्व तथा विषैले तत्व शरीर द्वारा नष्ट किये जाते है। यह साफ सफाई नहीं होने से शरीर की कार्यक्षमता कम हो जाती है।
# कई अध्ययनों में ये पाया गया है कि कुछ समय के लिए व्रत रखने से मेटाबॉलिक रेट में 3 से 14 फीसदी तक बढोत्तरी होती है। अगर वाकई ऐसा ही है तो इससे पाचन क्रिया और कैलोरी बर्न होने में कम वक्त लगेगा