स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है लौकी का जूस, नियमित सेवन से मिलता है कई बीमारियों से छुटकारा

लौकी हरी सब्जियों में शामिल की जाती है। लौकी को ज्यादातर सब्जी के रूप में खाया जाता है। इसका कारण यह है कि इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है। लौकी शरीर के लिए फायदेमंद है, विशेष रूप से इसका जूस। लौकी के सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं हो पाती है और साथ ही पोषक तत्वों की कमी भी दूर हो जाती है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, फास्फोरस और मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही लौकी या लौकी का जूस कई तरह की बीमारियों से निपटने में भी सहायता करता है।

लौकी का सेवन शरीर को तरोताजा बनाए रखने का काम करता है। लौकी में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज और बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए मददगार साबित होता है। लौकी शरीर के दर्द और सूजन से राहत दिलाने का काम करती है। कुछ शोध से यह भी पता चला है कि लौकी का रस अनिद्रा और मिर्गी के इलाज में भी फायदेमंद होता है। इसलिए, लौकी के जूस को सेहत के लिए अच्छा माना जा सकता है।

आइए डालते हैं एक नजर लौकी के जूस के सेवन से होने वाले फायदे और नुकसान पर—

गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद है लौकी

गर्भावस्था के दौरान लौकी का जूस या सब्जी का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। लौकी का जूस गर्भाशय संबंधी विकारों को दूर करने में मदद करता है। जिन महिलाओं को बार-बार गर्भपात हो जाता है उन्हें कुछ दिनों तक नियमित रूप से लौकी का जूस या फिर सब्जी खानी चाहिए। इससे गर्भाशय मजबूत होगा साथ ही गर्भस्थ शिशु का पोषण होता है, शिशु स्वस्थ और सही वजन का जन्म लेता है।

कम करता है मानसिक तनाव

आधा कप लौकी का रस दो चम्मच शहद मिलाकर सोते समय पीने से मानसिक तनाव कम होता है। सिर में लौकी का तेल लगायें। जब तनाव बढ़े उस समय लौकी जूस का एक छोटा गिलास पीने से तनाव और क्रोध से राहत मिलती है।

दिमाग के लिए

लौकी से बना जूस सेहत के साथ साथ दिमाग के लिए भी बेहद ही फायदेमंद होता है क्योकि इसमें जो तत्व पाए जाते है वह हमारी याददाश्त को बढ़ाने में सहायक होते है।

वजन कम करने के लिए

लौकी का जूस पीने से मोटापा घटता है क्योकि इसमें बहुतायत में पानी की मात्रा पाई जाती है जिसकी वजह से हमे काफी समय तक भूख नहीं लगती है। लौकी को फाइबर का अच्छा स्रोत माना गया है। साथ ही इसमें वसा की मात्रा न के बराबर होती है, जो खाने को पचाने के साथ-साथ शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने का काम करते हैं। इससे भूख कम लगती है, जिस कारण आपका वजन कम हो सकता है। इसके सेवन के साथ नियमित व्यायाम भी जारी रखे।

पाचन क्रिया के लिए

लौकी का जूस पाचन तंत्र को ठीक करता है। एक शोध में पाया गया है कि फाइबर भोजन को पचाने में सहायक होता है। लौकी में फाइबर की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को फायदा पहुँचाती है। लौकी में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, साथ ही पानी की मात्रा ज्यादा होती है और यह आसानी से हजम हो जाती है। इसलिए बीमारी की अवस्था में या पाचन संबंधी परेशानी होने पर लौकी का ही सेवन किया जाता है। लौकी के अलावा लौकी के जूस का सेवन भी किया जा सकता है। लौकी का जूस शरीर को ठंडक प्रदान कर सकता है और इसके अल्कलाइन कंटेंट से एसिडिटी की परेशानी कम हो सकती है।

अनिद्रा को दूर करता है

वैसे तो कहा जाता है कि लौकी का जूस सुबह खाली पेट लेने शरीर को अत्यधिक फायदा होता है, लेकिन यदि लौकी के जूस का सेवन रात को सोने से पहले किया जाए तो यह अनिद्रा की बीमारी करे दूर करने में सफल होता है। जिन लोगों को अनिद्रा की बीमारी हो उन्हें रात को सोने से आधा घंटे पहिले लौकी के जूस का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से उन्हें नींद आने लगा जाएगी।

बालों के लिए

लौकी के जूस के सेवन से बालों के असमय सफेद होने की समस्या दूर होती है। इसके नियमित उपयोग से बालों को पोषण की प्राप्ति होने से बाल असमय सफेद नहीं होते हैं। इसके साथ ही लौकी या लौकी का जूस पीने से गंजेपन की समस्या से भी कुछ हद तक मुक्ति मिलती है। लौकी के रस को तिल के तेल के साथ मिलाकर सिर पर लगाने से बालों की आमद होने लगती है, जिसके चलते गंजेपन की समस्या से छुटकारा मिलने की सम्भावना रहती है। हालांकि अभी इस पर काफी कुछ शोध होना बाकी है।

कैंसर के लिए

एक वैज्ञानिक शोध में यह पाया गया है कि लौकी में कीमोप्रीवेंटिव (कैंसर को दूर रखने वाला कारक) प्रभाव होता है, जो कैंसर को दूर रखने का काम करता है। लौकी के रस का उपयोग त्वचा के कैंसर को भी दूर रखने का काम कर सकता है।

मधुमेह के लिए

डायबिटीज़ वालों के लिए लौकी के जूस का सेवन करना फायदेमंद रहता है, क्योंकि यह उनके शरीर में ग्लूकटोज की मात्रा को बढ़ने नहीं देता है और साथ ही उनके शरीर में जमी शुगर को निकालने में सहायक होता है।

ह्रदय के लिए फायदेमंद है लौकी


इसमें कोलेस्ट्रोल की मात्रा नहीं होती है इसी वजह से दिल के मरीजों के लिए यह लाभकारी है। यह उनके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। एक रिसर्च के अनुसार, लौकी को ह्रदय के लिए आयुर्वेद और वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में उपयोग किया जा सकता है। लौकी के सेवन से आपके रक्त लिपिड का स्तर संतुलित हो सकता है, जो दिल के लिए फायदेमंद होता है। इसमें एंटीहाइपरलिपिडेमिया, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। डॉक्टरों की मानें तो सुबह खाली पेट लौकी के जूस का सेवन लाभदायक होता है।

यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लिए

कुछ वक्त पूर्व हुए एक शोध के अनुसार लौकी के उपयोग से यूरिनरी डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। यूरिनरी डिसऑर्डर में से एक यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) भी है। लौकी में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी ,आयरन और मिनरल अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही लौकी के बीज में एंटीबायोटिक गुण भी पाए गए हैं, जो यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन के समस्या से निजात दिलाने में सहायक होते हैं।

लौकी का जूस या लौकी फायदेमंद है यह सही है लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं—

—खाली पेट लौकी का जूस का सेवन करने से गैस और जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है लेकिन जरूरी नहीं की यह हर किसी को हो।

—गर्भवती महिलाओ को लौकी का जूस पीते समय खास सावधानी रखनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को कभी भी कड़वी लौकी का जूस नहीं पीना चाहिए, इससे गर्भपात होने की सम्भावना बनती है।

—जिन लोगों को जुकाम या नजले की समस्या हो वे लौकी का रस सर्दियों में ना पियें, पीना ही चाहें तो सोंठ और काली मिर्च डालकर पियें।

—शुरुआत में लौकी का जूस पीने से कब्ज और पेट खराब जैसी समस्या हो सकती है, क्योंकि लौंकी का जूस पेट से विकारों को बाहर निकलता है। अगर आपके साथ इस प्रकार के कोई लक्षण हो तो घबराएँ नहीं कुछ समय के बाद यह लक्षण अपने आप ठीक हो जायेगें।