मोबाइल्स और गेम्स आ जाने के बाद जैसे दुनिया बदल ही गई है। खासतौर पर बच्चे जो हमेशा ही मोबाइल्स या गेम्स में लगे रहते है। इनकी दुनिया इसमें आकार सीमित सी हो गई है लेकिन क्या जानते है घंटो मोबाइल्स या गेम्स खेलने से आपका बच्चा किसी बीमारी का शिकार होता जा रहा है। इस तरह से बच्चे वास्तविक दुनिया से दूर और मोबाइल्स, गेम्स के बहुत अधिक करीब आते जा रहे है। आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बतायेंगे जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को अपने आप दूर नही जाने दे पाएंगे तो आइये जानते है इनके बारे में....
* माता पिता को एक सख्त कानून बनाना चाहिये की दिन में सिर्फ 1 घंटा ही वह मोबाइल्स के साथ खेलेंगे। और बाकि समय अपने पढाई पर ध्यान देंगे। उन्हें मॉल्स गेम को छोड़कर बाहरी खेल कूद से परिचित करवाना चाहिए।
* यह जरूरी है की वो अपने बच्चो को समझाये की ज्यादा समय इनसे जुड़े रहने से नुकसान क्या होते है और साथ ही उन्हें इससे दूर करते जाये। साथ ही उन्हें नए नए दोस्तों से मिलने की भी सलाह दे। जिससे वो दुनिया जुड़े न की दुनिया से ही दुरी बना ले।
* उन्हें ये समझाये की बाहरी गेम खेलने से शरीर को क्या लाभ मिलता है। उन्हें शारीरिक, मानसिक रूप से किस प्रकार फिट रख सकता है। बाहर जाकर खेलने से वह दुसरे बच्चो के साथ घुलमिल सकेगा और साथ ही उसमे हर चीज़ सहन करने की क्षमता भी उत्पन्न होगी।
* माता पिता को शिक्षा से सम्बन्धित किताबो या अखबारों को बच्चो को लाकर देना चाहिए जिससे उन्हें पता चले की क्या सही है और क्या बुरा है। उन्हें ये समझना चाहिए की उनकी ये उम्र में अभी उनके लिए ये सही है मोबाइल्स नही।
* बच्चो का कलात्मक चीजों के प्रति रुझान बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए और साथ ही उनका मार्गदर्शन भी करना चाहिए, क्या पता आगे चलकर आपका बच्चा एक अच्छा और कलात्मक व्यक्ति बन जाये।