देश में कोरोना का बढ़ता आंकड़ा चिंताजनक स्थिति पैदा कर रहा हैं। देश में करीब अब तक 57.3 लाख कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं और मरने वालों का आंकड़ा 91 हजार से ऊपर हैं। हांलाकि ठीक होने वाली की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं और अब तक 46.7 लाख मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। लेकिन देखा गया हैं की कोरोना से ठीक हुए कई मरीज उसके बाद भी अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख रहे हैं जिसके चलते उन्हें अचानक लो-ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल की शिकायत के चलते अस्पताल में फिर से भर्ती होना पड़ा हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी आप कुछ जरूरी चीजों के बारे में ध्यान दें। यह मामला आपकी सेहत से जुड़ा हैं इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान ठीक हुए मरीज अगले 10 दिन तक जरूर रखें।
- सबसे पहली और जरूरी बात तो यही है कि अस्पताल से छुट्टी होने के बाद भी अपने डॉक्टर या अस्पताल स्टाफ के साथ कम से कम अगले 10 दिन तक संपर्क में रहें।
- अपने पास पल्स ऑक्सीमीटर रखें और दिन में 2-3 बार अपने शरीर में ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक करते रहें। ये ऑक्सीजन लेवल किसी भी स्थिति में 94% से नीचे नहीं जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो आपको तुरंत हॉस्पिटल पहुंचना चाहिए।
- अपने पास थर्मोमीटर भी रखें और दिन में 1 बार अपने शरीर का तापमान चेक करें। 100F से ज्यादा तापमान होने पर आपको फोन से ही डॉक्टर से संपर्क करके उन्हें स्थिति बतानी चाहिए या डॉक्टर द्वारा दी गई दवा का सेवन करना चाहिए।
- अपने शरीर के लक्षणों पर ध्यान देते रहें। आराम के दौरान भी बहुत ज्यादा खांसी आने या सांस लेने में तकलीफ होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- कोरोना वायरस से रिकवरी के दौरान खानपान का विशेष ध्यान रखें। ऐसी चीजें खाएं, जिनसे इम्यूनिटी बढ़े और आपके शरीर को ऊर्जा मिले। जंक फूड्स और फास्ट फूड्स अगले कुछ समय तक नहीं खाना चाहिए।
- अगर कोई मरीज पहले से ही डायबिटीज रोगी है, तो उसे अपने ब्लड शुगर को भी चेक करते रहना चाहिए। बॉडी ग्लूकोज चेक करने का सही समय सुबह का है, यानी खाली पेट ब्लड शुगर चेक करें।
- अगर कोई मरीज पहले से हाई ब्लड प्रेशर का रोगी रहा है, तो उसे अपना ब्लड प्रेशर चेक करते रहना चाहिए, ताकि किसी तरह की कोई समस्या न हो।
- अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मरीजों में थकान, चक्कर आना, भूख कम लगना, हल्की-फुल्की खांसी आदि की समस्या सामान्य है। इसलिए इनके लिए घबराना नहीं चाहिए। हालांकि कोई भी समस्या अधिक बढ़ जाने पर डॉक्टर से संपर्क करना भी जरूरी है।
- अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद अपने खून की जांच खासकर CBC, CRP आदि जरूर कराएं। इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं।
- अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद आपको अपनी छाती का सीटी स्कैन कराना चाहिए, ताकि फेफड़ों में होने वाले डैमेज का पता चल सके। इसके बाद आपको हर 3 महीने में तब तक सीटी स्कैन कराते रहना चाहिए, जब तक कि फेफड़े पूरी तरह रिकवर नहीं हो जाते।