पेट की चर्बी कम करनी हैं तो ट्राई करें ये चाय, अचानक घटने लगेगा बढ़ा हुआ वजन

दुनियाभर में चाय के दीवानों की कमी नहीं है। कई लोगों के सुबह की शुरुआत ही चाय के साथ होती हैं। एक बार चाय का स्वाद जुबां पर लग जाए तो इसे छोड़ पाना बहुत मुश्किल हैं। अब जरा सोचिए की यह आपकी चाय ही आपको सेहतमंद बनाने का काम करें तो सोने पर सुहागा हो जाए। जी हां, कुछ चाय ऐसी हैं जो स्वाद में भी बेस्ट हैं और अपने गुणों के कारण मोटापे को दूर करने में मददगार भी। आपको बस चाय को स्वस्थ्यवर्धक और एक पॉवरफुल पेय बनाने के लिए उसमें कुछ सामग्रियों को जोड़ना होगा। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी चाय की जानकारी देने जा रहे हैं जिनके सेवन से पेट की चर्बी कम होगी और बढ़ा हुआ वजन घटने लगेगा। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

ब्लैक टी

घर में मौजूद किसी भी तरह की चायपत्ती के साथ ये चाय बनाई जा सकती है। बस कप गरम पानी चाय पत्ती डालें और तुरंत बंद कर दो से तीन सेकेंड के लिए छोड़ दें। फिर से चाय को छान लें। इसमें चीनी या दूध बिलकुल न डालें। इस प्रॉसेस से पत्ती में मौजूद कैफीन कम हो जाता है, जिससे यह शरीर को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता। ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स शरीर को फैट सोखने से रोकते हैं जिससे चर्बी की समस्या नहीं होती और वजन नहीं बढ़ता। साथ ही में यह फैट को बर्न में भी मदद करता है।

गोजी बेरी चाय

ताजा और सूखे गोजी बेरी की तरह इस चाय में पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिसका अच्छा प्रभाव इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म पर देखा गया है। इस तरह यह चाय पेट की चर्बी को कम करने और वजन घटाने को बढ़ावा देने में मदद करती है।

अदरक-नींबू-अजवाइन हर्बल चाय

रात भर पानी में 1 चम्मच अजवाइन भिगोएं। अगले दिन, अजवाइन के पानी को एक पैन में गर्म करें, बारीक कटा हुआ अदरक डालें और इसे उबलने दें। उबलने के बाद इसे छान लें और एक चम्मच नींबू का रस जोड़ें और चाय का आनंद लें! आप अपने स्वाद के अनुसार शहद या गुड़ भी डाल सकते हैं। आप इस वज़न कम करने वाले पेय को पीने के साथ अपने शुरुआती सुबह की चाय या कॉफी की जगह लेने पर विचार कर सकते हैं।

ओलॉन्ग टी

ये चाइनीज टी है जो कमीलिया सिनेन्सिस नाम के पौधे से बनाती है। इससे ब्लैक टी और ग्रीन टी भी बनाई जाती है। ओलॉन्ग टी इन दोनों तरह की चाय पत्ती का कॉम्बिनेशन होती है जिससे इसे पीने से तेजी से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह चाय डायबीटीज और बीपी कंट्रोल करने में भी असरदार साबित हुई है।

हिबिस्कस चाय

इस फ्लॉवर बेस्ड चाय को पीने से वजन पर बहुत जल्दी नियंत्रण पाया जा सकता है। सदियों से हिबिस्कस के पौधे औइसके फूलों का इस्तेमाल पारंपरिक दवाओं में किया जाता रहा है। ऐसा एंथोसायनिन, फेनोलिक, और फ्लेवोनॉइड कंपोनेंट्स के कारण होता है, जो फैट में कमी लाने के अलावा लिपिड मेटाबॉलिज्म में शामिल जीन को विनियमित कर सकते हैं।

वाइट टी

ये चाय रोज पीने की आदत हो जाए तो आपका वेट बढ़ना भी रुक जाएगा और चर्बी जमा है तो वह भी पिघल जाएगी। चाय के पौधे की नई पत्तियों व कलियों से बनी यह टी मेटाबॉलिज्म को तेज करती है जिससे शरीर तेजी से फैट को बर्न करता है। यह नए फैट सेल्स को बनने से भी रोकती है और भूख को भी नियंत्रित करती है। इसकी ऐंटीऑक्सिडेंट प्रॉपर्टीज शरीर को डीटॉक्स होने में भी मदद करती है।

डैंडेलियन चाय

डैंडेलियन टी एक तरह की मूत्रवर्धक है, जो शरीर में वॉटर रिटेंशन को कम करती है। इसके अलावा फूलों की यह प्राकृतिक चाय मेटाबॉलिज्म में सुधार के लिए जानी जाती है, जिससे वजन बहुत जल्दी कम हो जाता है।

सौंफ की चाय

सौंफ सदियों से भारतीय पाक संस्कृति का हिस्सा रही है। बेहतरीन माउथ फ्रेशनर होने के साथ स्वाद को बढ़ाने से लेकर सौंफ अपने हीलिंग और एंटीइंफ्लामेटरी गुणों के लिए जानी जाती है। यहां तक कि इसे कई पाचन दवाओं में भी इस्तेमाल किया गया है। जिन लोगों को पेट फूलने की समस्या है, उनके लिए सौंफ खाने से अच्छा और कुछ नहीं है। इसी तरह सौंफ की चाय पीने से न केवल सूजन कम होती है, बल्कि मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है, जिससे वजन घटाना बहुत आसान हो जाता है।

ग्रीन टी

दुनियाभर के एक्सपर्ट्स एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ग्रीन टी को वजन कम करने के लिए बहुत अच्छा मानते हैं। यह थर्मोजेनेसिस की प्रोसेस के जरिए फैट बर्निंग में मदद करती है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन से फैट बर्निंग प्रोसेस तेज होती है और यह आंत में लिपिड के अवशोषण को कम करता है। हालांकि , वजन घटाने के लिए प्रॉपर एक्सरसाइज और डाइट की जरूरत भी होती है। इसलिए ग्रीन टी को अपने आहार में शामिल करने से बहुत फायदा होगा।