डायबिटीज रोगियों के लिए धीमा जहर है ये 4 आहार, शुगर को नियंत्रित कर पाना मुश्किल

भारत की जनता का एक बड़ा हिस्सा डायबिटीज यानी मधुमेह रोग से पीड़ित हैं जो कि देश के सामने एक बड़ी चुनौती है। डायबिटीज बिमारी में शुगर पर नियंत्रण बहुत जरूरी होता हैं ताकि सेहत बनी रहे हैं इसमें आहार का बड़ा महत्व होता हैं। विशेष आहार के माध्यम से डायबीटिज को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो डायबिटीज रोगियों के लिए धीमा जहर का काम करते हैं। तो आइये जानते है उन आहार के बारे में।

आलू

आलू एक ऐसी सब्जी है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पोटेशियम, फाइबर, विटमिन सी, विटमिन बी, कॉपर, ल्यूटिन और मैंगनीज भरपूर मात्रा में उपल्बध होता है। आलू का सेवन त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन इतने गुणों से परिपूर्ण होने के बाद भी डायबिटीज के मरीजों के लिए ये नुकसानदायक होता है। आलू में कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा के साथ ग्लाइसेमिक इंडेक्स का लेवल भी ज्यादा होता है जो रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ा देता है।

फैट मिल्क

दूध में पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा होती है। इस वजह से सभी व्यक्तियों को अपने आहार में दूध शामिल करने की सलाह दी जाती है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों को फैट मिल्क से बचना चाहिए। फैट शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा सकता है। फुल फैट वाले दूध की जगह आप लो फैट वाले दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं।

चीकू

मधुमेह रोगियों को अपने आहार से चीकू को दूर ही रखना चाहिए। यह फल बहुत ही मीठा होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बढ़ा हुआ होता है। इसका सेवन करने से शुगर का लेवल बढ़ जाता है।

किशमिश

डायबिटीज के मरीजों को ड्राई फ्रूट्स खाने से भी बचना चाहिए। खासकर किशमिश खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह ताजे फलों का कांसन्ट्रेटिड फॉर्म होता है। जहां एक कप अंगूर में महज 27 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है तो वहीं एक कप किशमिश में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़कर 115 ग्राम हो जाती है। इस वजह से डायबिटीज मरीजों को किशमिश का सेवन नहीं करना चाहिए।