कोशिकाओं के लिए जहर के समान है ई-सिगरेट, सामने आई डराने वाली सच्चाई

यह तो सभी जानते हैं कि धुम्रपान करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने के साथ ही आपको कैंसर जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारी का शिकार बना सकता हैं। सिगरेट की इस आदत को छुड़ाने के लिए कहा जाता हैं कि ई-सिगरेट एक बेहतरीन जरिया हैं जो 95 फीसदी तक कम हानिकारक होती हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपके लिए ई-सिगरेट के खतरे से जुड़ी डराने वाली सच्चाई लेकर आए हैं जिसके अनुसार यह कोशिकाओं के लिए जहर के समान है। तो आइये जानते हैं इस शोध के बारे में।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, वो केमिकल जो वैनिला, बेरी और दालचीनी जैसे फ्लेवर पैदा करते हैं, ई-सिगरेट के उपकरण में अन्य विलायक द्रवों के साथ मिश्रण कर स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकते हैं। नए शोध से पता चलता है कि उपकरणों के अंदर के रसायन फेफड़ों या रक्त वाहिकाओं और हृदय की कोशिकाओं के लिए विषाक्त हो सकते हैं।

यह नया शोध अमेरिका के येल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, ई-सिगरेट के केमिकल कई तरह की परेशानियों खड़ी कर सकते हैं, जिसमें हृदय गति का बढ़ना, दिल की अनियमित धड़कन, उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।

शोधकर्ताओं की टीम के प्रोफेसर स्वेन-एरिक जॉर्ड के मुताबिक, 'यह पहला ऐसा प्रमाण है, जिससे यह साबित होता है कि ये नए रसायन फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कुछ मामलों में, 40 फीसदी से अधिक फ्लेवर केमिकल्स ई-सिगरेट में नए रसायनों में बदल जाते हैं, अब तक उनकी विषाक्तता के बारे में लगभग कुछ भी ज्ञात नहीं था।'

साल 2018 में एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें किंग्स कॉलेज लंदन में टोबैको एडिक्शन के प्रोफेसर एन. मैकनील ने कहा था, 'जब लोग तंबाकू वाली सिगरेट पीते हैं तो वे धुएं के 7,000 घटक अपने अंदर ले जाते हैं, जिनमें से 70 को कैंसर पैदा करने वाला माना जाता है, लेकिन ई-सिगरेट में ये तत्व या तो बहुत कम मात्रा में हैं या हैं ही नहीं। इसलिए हमें विश्वास है कि ई-सिगरेट कम नुकसान पहुंचाती है।' हालांकि यह नई रिपोर्ट इसके ठीक उलट है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ई-सिगरेट गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है।