क्या आप भी करते हैं एंटीबैक्टीरियल सोप का इस्तेमाल, जान लें इसके नुकसान

आजकल के इस बदलते जमाने में सभी अपनी सेहत के प्रति जागरूक हुए हैं और सेहत का अच्छे से ख्याल रखने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। देखा गया हैं कि आजकल एंटीबैक्टीरियल सोप या हैंडवॉश का चलन काफी बढ़ गया हैं जिसे पूर्ण सुरक्षित माना जाता हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं क्योंकि इनमें से कई ट्राइक्लोसन (Triclosan) ट्राइक्लोसन (Triclosan) पाया गया हैं। देखा जाए तो एंटीबैक्टीरियल साबुन ने आपको फायदा देने से ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। अगर आप भी इसका इस्तेमाल करते हैं तो आइये पहले इससे होने वाले नुकसान के बारे में जान लें।

बच्चों में गंभीर स्वास्थ्य समस्या पैदा कर सकता है एंटी-बैक्टीरियल साबुन

हैंडवॉश में मौजूद ट्राइक्लोसन बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। बढ़ती उम्र में बच्चे के भीतर कुछ बीमारियों के प्रति प्राकृतिक प्रतिरोध विकसित होता है। एंटी-बैक्टीरियल हैंड वॉश और साबुन का लंबे समय तक उपयोग बैक्टीरिया के संपर्क में आने से कम हो सकता है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली के समुचित विकास में बाधा पैदा कर सकता है। इसलिए आप इस प्रकार के सोप के बजाय सामान्य साबुन का उपयोग करें। भले ही वह उतने प्रभावी नहीं है लेकिन इनमें ट्राइक्लोसन मौजूद नहीं होता है।

बैक्टीरिया प्रतिरोध पैदा करता है एंटी-बैक्टीरियल सोप

ट्राइक्लोसन कई स्वास्थ्य समस्याओं के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है, जिसमें से एक बैक्टीरिया प्रतिरोध है। एंटीबैक्टीरियल साबुन का बार-बार उपयोग एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ा देता है। हो सकता है कि ये बैक्टीरिया को प्रभावी रूप से समाप्त कर सकता हो लेकिन यह मूल रूप से प्रतिरोधी बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी नहीं है। हैंडवॉश में लंबे समय से मौजूद बैक्टीरिया प्रतिरोधी फार्मूला इन जटिलताओं का कारण हो सकता है।

अंतःस्त्रावी (endocrine) गतिविधियों में रुकावट पैदा करता है एंटी-बैक्टीरियल सोप

ट्राइक्लोसन का थाइरॉयड हार्मोन के साथ घनिष्ठता से संबंध होता है और इसलिए यह इसके ग्राही स्थल (रिसेप्टर साइटों) को बंद कर सकता है। इसके कारण प्रजनन संबंधी समस्याएं, मोटापा और कभी-कभी कैंसर जैसी बड़ी समस्याओं की शुरुआत भी हो सकती है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि इस तरह के दूरगामी दुष्प्रभावों को रोकने के लिए एंटीबैक्टीरियल साबुन के प्रयोग से बचना चाहिए।

पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक है एंटी-बैक्टीरियल सोप

ट्राइक्लोसन युक्त हैंडवॉश का लंबे और नियमित उपयोग आपको इस दवा को अपने हाथों से हटाने के लिए पानी की मात्रा में वृद्धि कर सकता है। ट्राइक्लोसन को आमतौर पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में ऐसे ही छोड़ दिया जाता है, जो बाद में जल निकायों तक पहुंच जाता है। यहां से खेतों में पहुंचता, जहां इसके साइड-इफेक्ट के कारण पूरी फूड चेन में रुकावट आती है, जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है।