क्या आप जानते हैं फर्श पर बैठकर भोजन करने से मिलते हैं गजब के फायदे,? आइये हम बताते हैं आपको

पुराने जमाने में जब कभी किसी शादी-समारोह में भोजन का आयोजन किया जाता था, तो मेहमानों को फर्श पर बैठाकर ही भोजन कराए जाने की परंपरा थी। हांलाकि आजकल तो टेबल-चेयर और बफर सिस्टम का जमाना हैं और घरों में भी लोग डाइनिंग टेबल पर भोजन करने लगे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फर्श पर बैठकर भोजन करने का संबंध सीधे तौर पर आपकी सेहत से जुड़ा हुआ हैं। जी हां, फर्श पर बैठकर भोजन करना अपने पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाए रखने का एक आयुर्वेदिक तरीका है। इसके अलावा भी फर्श पर बैठकर भोजन करने से कई गजब के फायदे मिलते हैं जिनकी जानकारी आज हम आपको देने जा रहे हैं। इन फायदों को जानकर आप भी डाइनिंग टेबल पर भोजन करना छोड़ देंगे। आइये जानते हैं इन फायदों के बारे में...

रीढ़ की हड्डी होती है मजबूत

हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप जमीन पर बैठकर भोजन करते हैं, तो इससे रीढ़ की हड्डी स्वस्थ रहती है। वहीं अगर आपकी रीढ़ की हड्डी कमजोर है तो, फर्श पर बैठकर ही भोजन किया करें। जमीन पर सुखासन में बैठने से आपकी मांसपेशियों को राहत देने और अच्छी मुद्रा बनाए रखने में मदद मिलती है। बिना किसी सहारे के उठने की कला का अभ्यास करने से आपके शरीर को ताकत मिलती है और आपको लचीलापन भी महसूस होता है।

रक्त संचार बढ़ाता है

जब हम खाते हैं तो हमारे पेट को भोजन को पचाने के लिए जितनी ऊर्जा खर्च होती है, उतनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिसके कारण कुछ लोगों को भोजन करते समय गर्मी का एहसास और पसीना आ सकता है। फर्श पर बैठने से हृदय को परिसंचरण का लाभ मिलता है क्योंकि रक्त को हृदय के माध्यम से पाचन के लिए आवश्यक सभी अंगों तक आसानी से पहुँचाया जाता है।

माइंड रिलैक्स होता है

आपको बता दें, जमीन पर बैठकर खाना खाने को अगर योग से जोड़ा जाए तो पद्मासन और सुखासन ध्यान के लिए आदर्श मुद्राएं हैं। ये आसन दिमाग से तनाव दूर करने में मदद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन मुद्राओं में बैठने से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ सकता है।

डाइजेशन में सुधार

सुखासन, एक योग मुद्रा है, जिसमें व्यक्ति पैरों को क्रॉस करके फर्श पर बैठता है। खाना पचाने के लिए ये मुद्रा सबसे सटीक होती है। इसलिए बेहतर डाइजेशन के लिए आपको जमीन पर बैठकर ही भोजन करना चाहिए। दरअसल, जब हम खाना खाने के लिए अपनी थाली जमीन पर रखते हैं तो हमें खाने के लिए अपने शरीर को थोड़ा आगे की ओर ले जाना पड़ता है और फिर हम वापस अपनी मूल स्थिति में आ जाते हैं। इससे शरीर को बार-बार हिलाने से पेट की मसल्स का स्टिमुलेशन होता है, जिससे पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम्स का सिक्रीशन बढ़ जाता है, जिससे भोजन बेहतर तरीके से पचने लगता है।

वजन होता है कम

जब आप फर्श पर बैठते हैं तो आपका दिमाग अपने आप शांत हो जाता है और अपने खाने पर ध्यान केंद्रित करता है। यह स्थिति आपके शरीर में गति को भी बढ़ाती है और आपको तेजी से पूर्ण महसूस करने में मदद करती है। इस पैटर्न का नियमित रूप से पालन करने से आपको वजन कम करने में मदद मिलती है क्योंकि यह आपको अधिक खाने से रोकने में मदद करता है।

तनाव होता है दूर

पद्मासन और सुखासन ध्यान के लिए आदर्श स्थिति हैं और दोनों ही मन से तनाव को दूर करने में सहायता करते हैं। इसलिए, जमीन पर बैठकर खाने से आपको अपने मन को शांत करने में मदद मिलेगी और आपका शरीर सभी पोषण को स्वीकार करेगा।