अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए ज्यादातर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। गर्भनिरोधक गोली लेने से आपके शरीर के अंदर ऑव्यूलेशन बंद हो जाता है जिसके बाद प्रेग्नेंसी का रिस्क भी नहीं रहता हैं। मार्केट में तरह-तरह के कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स मौजूद हैं, जिसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह लिए करना नुकसानदायक साबित हो सकता है। कई महिलाएं तो हर बार यौन संबंध बनाने के बाद गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं जो कि बड़ी परेशानी का कारण बन सकता हैं। जी हां, गर्भनिरोधक गोलियों के कई साइड इफेक्ट भी होते हैं जो आपको तकलीफ में डाल सकते हैं। आइये जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में...
सिर दर्दगर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से महिलाओं को सिर दर्द और माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। अगर आपको भी ये गोलियां खाकर माइग्रेन की समस्या होती है, तो एक बार इस दवाई की डोज कम करके देखें, क्या पता आपको दर्द में आराम मिल जाए। याद रखें, दवाई की डोज अपने डॉक्टर के परामर्श के बाद ही कम या बंद करें, अपने मन से दवाई की डोज कम-ज्यादा करने से आप परेशानी में फंस सकते हैं।
मेन्स्ट्रुअल स्पॉटिंगजब आप गोली लेना शुरू करती हैं तो 2 पीरियड्स साइकल के बीच आपको वजाइनल ब्लीडिंग हो सकती है और यह बेहद कॉमन प्रॉब्लम है। हालांकि गोली लेने के 3 महीने तक ऐसा होता है। बाद में धीरे-धीरे यह समस्या ठीक हो जाती है। ये ब्लीडिंग इसलिए होती है क्योंकि आपका शरीर अलग-अलग लेवल्स के हॉर्मोन्स के साथ तालमेल बिठाना सीख रहा होता है।
जी मिचलानाजो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियां का सेवन करती हैं, उन्हें मतली या जी मिचलाना की समस्या आम होती है। अगर आपको भी लगता है कि आपको मतली की समस्या गर्भनिरोधक गोलियां खाने की वजह से हो रही है, तो इस दवाई को खाने के साथ या फिर सोने से पहले खाना शुरू कर दें।
ब्लड क्लॉट का खतराएक रिपोर्ट के अनुसार, बर्थ कंट्रोल या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के सेवन से महिलाओं में ब्लड क्लॉट होने का रिस्क तीन गुना बढ़ जाता है। यदि आपको कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने के जोखिम कारक जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, स्मोकिंग की आदत नहीं है, तो ब्लड क्लॉट का रिस्क काफी हद तक कम रहता है। यदि आपको ब्लड क्लॉटिंग के कोई भी लक्षण नजर आते हैं जैसे सीने में दर्द, पैरों में सूजन तो इन दवाओं का सेवन तुरंत बंद कर दें।
ब्रेस्ट में सूजनकई महिलाओं को इस दवाई का सेवन करने से ब्रेस्ट में सूजन की शिकायत होने लगती है। दवाई लेने के कुछ हफ्ते बाद ही अगर आपको सूजन महसूस होने लगे तो अपनी डाइट में नमक की मात्रा कम करें, ऐसा करने से आपको इस समस्या से निजात मिल सकती है।
आंखों की रौशनी में परिवर्तनवे महिलाएं जो शुरु से ही चश्मा लगाती है, उन्हें गर्भ निरोधक गोली खाने पर आंखों की रौशनी में फरक देखने को मिल सकता है। हार्मोन की वजह से आंखों की पुतलियों में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से यह पेशानी होती है। लंबे समय तक ओरल पिल लेने से ग्लूकोमा जैसी बीमारी भी हो सकती है।
वजन बढ़नाजी हां, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन लंबे समय तक करने से आप मोटापे का भी शिकार हो सकती हैं। इन गोलियों के चलते शरीर के अलग-अलग भाग में फ्लूइड रिटेंशन बढ़ जाता है। अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं तो आप अपनी गर्भनिरोधक गोलियों को बदल सकती हैं। ऐसा करने से पहले लेकिन अपने डॉक्टर से राय जरूर लें।
पीरियड्स मिस हो जानानियमित रूप से गोली का सेवन करने के बावजूद कई बार ऐसा होता है कि आपका पीरियड्स नहीं आता और मिस हो जाता है। इसकी वजह स्ट्रेस, किसी तरह की बीमारी, हॉर्मोनल अनियमितता, थाइरॉयड आदि हो सकता है। हालांकि अगर दवा लेने के बाद भी पीरियड्स मिस हो जाएं तो एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए।
सेक्स लाइफ प्रभावित होनाकुछ स्टडी ने ऐसे दावें भी किए हैं कि जो महिलाएं इन गोलियों का सेवन लंबे समय तक करती हैं, उनकी सेक्स लाइफ प्रभावित होना शुरू हो जाती है। वैसे अगर आप लंबी अवधि तक लो सेक्स ड्राइव अनुभव करती हैं तो तुरंत किसी डॉक्टर को दिखाएं।
ब्रेस्ट में दूध का निर्माण हो सकता है कमयदि आपका पहला बच्चा है और उसे ब्रेस्टफीड कराती हैं, तो दूसरा बच्चा जल्दी ना करने के लिए बहुत ज्यादा गर्भनिरोधक गोलियों पर निर्भर रहती हैं, तो इससे ब्रेस्ट मिल्क का निर्माण कम हो सकता है। इन दवाओं में एस्ट्रोजेन होता है, जो दूध बनने की प्रक्रिया को 5 प्रतिशत तक कम कर देता है।