Dhanteras Special: धनतेरस पर करें तांबे के बर्तन की खरीदारी, कई बीमारियों से रहेंगे दूर, जानें कैसे

धनतेरस दिवाली के दो दिन पहले त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान धन कुबेर, धनवंतरी और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान बताया गया है। बता दे, इस साल दीपावली 24 अक्टूबर सोमवार को है। हालाकि, तिथियों के संयोग की वजह से इस साल धनतेरस दो दिन यानी यानी 22-23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। दरअसल, त्रयोदशी तिथि आज 22 अक्टूबर शनिवार को शाम 6 बजकर 2 मिनट से हो रही है जो अगले दिन 23 अक्टूबर की शाम 6 बजकर 3 मिनट तक रहेगी इसलिए 22-23 अक्टूबर दोनों दिन धनतेरस मानी जा रही है। आपको बता दे, धनतेरस के दिन बर्तन की खरीदारी करने की परंपरा है। शास्‍त्रों के अनुसार, इसी दिन भगवान धन्‍वंतरि का जन्‍म हुआ था। भगवान धन्‍वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन लोग अपनी क्षमता के अनुरूप तरह-तरह के बर्तन की खरीदारी करते हैं। धनतेरस के मौके पर तांबे के बर्तन की खरीदारी करना लाभकारी होगा। तांबे के कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी लाभ भी हैं।

आयुर्वेद में तांबे के बर्तन में खाया गया खाना सेहत के लिहाज से फायदेमंद माना जाता है। आज भी कई घरों में ज्यादातर लोग तांबे के बर्तन को खाना खाने और पानी पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि तांबे के बर्तन में खाना खाने और पानी पीने से शरीर को एक नहीं बल्कि अनेक फायदे होते हैं।

- तांबा यानि कॉपर, इसमें रखी चीजों का सेवन करने से शरीर में कॉपर की कमी पूरी होती है और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से आपकी रक्षा करता है जो डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियों को पैदा करते हैं। लोग बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने के लिए प्राचीन समय में नदियों, झीलों, तालाबों और कुओं में तांबे के सिक्के फेंकते थे।

- तांबे के बर्तन में रखा पानी दिल को स्वस्थ बनाकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित में रखता है। तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं जो शरीर में दर्द और सूजन की समस्या को दूर करते हैं। ऑर्थराइटिस की समस्या में भी तांबे का पानी पीने की सलाह दी जाती है।

- तांबा इम्यूनिटी को मजबूत करता है और नई कोशिकाओं के उत्पादन में सहायता करता है। इससे शरीर में घावों को तेजी से भरने में मदद मिलती है।

- तांबे का पानी पेट की सभी प्रकार की समस्याओं जैसे पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज में बेहद फायदेमंद होता है। रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पीने से पाचन क्रिया दुरूस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।

- अगर आप मोटापा कम करने की सोच रहे हैं तो तांबे के बर्तन में रखा पानी एक अच्छा ऑप्शन है। इसका नियमित सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी को नियंत्रित किया जा सकता है।

- तांबें में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं जो असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखता है। इसके अलावा यह फ्री रैडिकल में भी लाभदायक है, जो त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है। तांबा त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने के लिए मेलानिन के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाता है। मेलानिन त्वचा, आंखों एवं बालों के रंग के लिए जिम्मेदार तत्व होता है।

- प्रतिदिन तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से थायरॉयड ग्रंथि से जुड़ी बीमारियों का खतरा टल जाता है।

- तांबा आपके लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है और किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से निपटने में तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभप्रद होता है।

- तांबा में एंटी-बैक्‍टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते है जो शरीर के आंतरिक व बाह्य घावों को जल्‍दी भरने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।

- दिमाग को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है और मस्तिष्क भी तेज होता है।