ऑफिस की कॉफी मशीन से हो सकता है सेहत को खतरा, नई रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा

हममें से ज्यादातर लोग दिन की शुरुआत ऑफिस की कॉफी मशीन से मिलने वाली गर्मागर्म कॉफी से करते हैं। चाहे सुबह की मीटिंग से पहले हो या दोपहर के बाद की थकान मिटाने के लिए, कॉफी ऑफिस कल्चर का अहम हिस्सा बन चुकी है। लेकिन हाल ही में सामने आई एक रिसर्च ने इस आदत को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस रिसर्च में यह बात सामने आई है कि ऑफिस की कॉफी मशीन से मिलने वाली कॉफी आपकी सेहत, खासतौर पर दिल के लिए, नुकसानदेह साबित हो सकती है।

रिसर्चर्स ने चार अलग-अलग ऑफिसों में इस्तेमाल हो रही 14 कॉफी मशीनों से सैंपल लेकर उनका विश्लेषण किया। इन मशीनों में तीन तरह की तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा था—कुछ में मेटल फिल्टर थे, कुछ में लिक्विड कॉफी कंसन्ट्रेट और कुछ में इंस्टेंट फ्रीज़-ड्राइड कॉफी का उपयोग किया जा रहा था। जब इन सभी मशीनों से बनी कॉफी की तुलना घर पर बनी पेपर फिल्टर वाली कॉफी से की गई, तो यह पाया गया कि ऑफिस की कॉफी सेहत के लिहाज से कमजोर साबित हुई।

स्वीडन में हुई इस स्टडी ने ऑफिस की कॉफी मशीन से मिलने वाली कॉफी को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। यह स्टडी Nutrition, Metabolism and Cardiovascular Diseases नामक जर्नल में प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया कि मशीन वाली कॉफी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में 'बैड' कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल (LDL) के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इनमें प्रमुख हैं कैफेस्टोल (Cafestol) और काहवेओल (Kahweol)। ये नाम भले ही जटिल लगें, लेकिन इनका असर सीधे दिल पर पड़ता है और हृदय रोगों के खतरे को बढ़ा सकते हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया कि अगर लोग हफ्ते में केवल तीन बार ही ऑफिस की कॉफी की जगह पेपर फिल्टर वाली कॉफी पीने लगें, तो LDL कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे घटने लगता है। यानी कॉफी छोड़ने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि इसकी आदत और स्रोत में थोड़ा सा बदलाव करके दिल की सेहत का ख्याल रखा जा सकता है।

इस स्टडी से ऑफिस मैनेजमेंट को भी सीख लेनी चाहिए। अब समय आ गया है कि कॉफी मशीनों को अपग्रेड किया जाए या कर्मचारियों को घर से बेहतर फिल्टर की गई कॉफी लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। जरूरी नहीं कि कॉफी को पूरी तरह से छोड़ा जाए, बल्कि इसका सुरक्षित और स्वस्थ तरीका अपनाना ज्यादा ज़रूरी है। मेडिकल एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि संतुलित मात्रा में कॉफी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज, अल्ज़ाइमर और लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। इसलिए अगर आप ऑफिस में हैं तो कोशिश करें कि मशीन वाली कॉफी की जगह घर की बनी या अच्छी क्वालिटी की कॉफी पिएं। यह छोटा-सा बदलाव आपके लंबे जीवन की दिशा तय कर सकता है।