कोरोना वायरस (Coronavirus) से केवल इस पीढ़ी को ही नहीं अगली पीढ़ी को भी खतरा है। क्योंकि यह वायरस पुरुषों के सेक्स हार्मोन्स पर असर डालकर उनको नपुंसक बना रहे हैं। इस वायरस की वजह से पुरुषों के अंडकोष खराब हो रहे हैं। साथ ही उनमें उत्तेजना की कमी आ सकती है। इस बात खुलासा उस यूनिवर्सिटी ने की है जो वुहान में है। वुहान यूनिवर्सिटी के झॉन्गनान अस्पताल में किए गए अध्ययन की रिपोर्ट medRxiv.org पर प्रकाशित हुई है। झॉन्गनान अस्पताल ने यह अध्ययन कोरोना वायरस से बीमार 81 पुरुषों पर किया है जिनकी उम्र 20 से लेकर 54 साल तक की थी। इस अध्ययन में झॉन्गनान अस्पताल की मदद के लिए हुबेई क्लीनिकल रिसर्च सेंटर फॉर प्रीनेटर डायग्नोसिस एंड बर्थ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने भी मदद की है।
ये सभी मरीज वुहान के झॉन्गनान अस्पताल में जनवरी में भर्ती हुए थे। इन सभी मरीजों के सेक्स हार्मोन की जांच तब की गई जब ये ठीक होने वाले थे। क्योंकि पुरुषों के हार्मोन पर क्या असर पड़ा ये बाद में ही दिखता। झॉन्गनान अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने पाया कि इन मरीजों के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन (Testosterone) और ल्यूटी नाइसिंग हार्मोन (Luteinizing hormone) का अनुपात बिगड़ रहा है। इसे T/LH अनुपात कहा जाता है। अगर T/LH अनुपात बिगड़ता है तो पुरुषों के अंडकोष सही से काम नहीं करते। उनमें वीर्य बनना कम हो जाता है। या फिर बंद हो जाता है। साथ ही सेक्स हार्मोन की कमी आ जाती है। टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन पुरुषों का मुख्य हार्मोन होता है जो अंडकोष, मांसपेशियां, हड्डियां और बाल बनाने में मदद करता है। ल्यूटीनाइसिंग हार्मोन (Luteinizing hormone) पुरुष और महिलाओं दोनों में होता है। इससे पुरुष और महिलाएं उत्तेजित होते हैं। कोरोना वायरस की वजह से पुरुषों की उत्तेजना खत्म (इरेक्टाइल डिंसफंक्शन) हो रही है। साथ ही ऐसे पुरुषों का सीना लटकने लगता है। इस समस्या की वजह से पुरुषों की सेक्स करने की क्षमता कम हो जाएगी। जिन पुरुषों का अध्ययन किया गया उनमें T/LH अनुपात 0.74 था। यानी सामान्य स्तर के आधे से भी कम। यह बेहद चिंताजनक बात है। इससे खतरा अगली पीढ़ी को हो जाएगा।
उत्तेजना की कमी को ठीक किया जा सकता है। लेकिन जब थोड़ा बहुत कम हो। चीन में तो कोरोना पीड़ित पुरुषों का T/LH अनुपात 0.74 था। हार्मोन के लिए इलाज है लेकिन वह तब होता है जब T/LH अनुपात 0.87 से ज्यादा हो।
वुहान के टोंगजी अस्पताल के रिप्रोडक्टिव मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर ली यूफेंग ने बताया कि उन्होंने काफी पहले इस बात का अध्ययन किया था कि कोरोना वायरस पुरुषों के अंडकोष पर हमला कर सकता है। उन्हें निष्क्रिय कर सकता है। हालांकि, यह अध्ययन अभी बेहद छोटे समूह पर किया गया था। अब झॉन्गनान अस्पताल के वैज्ञानिक चाहते हैं कि इसका अध्ययन बड़े पैमाने पर हो ताकि ज्यादा स्पष्ट आंकड़ें और परिणाम सामने आ सकें।