जल्द आने वाली हैं बिना सुई वाली कोरोना वैक्सीन, WHO की वैज्ञानिक ने दी जानकारी

कोरोना के बढ़ते आंकड़े और मिलते हुए नए प्रकार चिंता को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। दुनिया भर में 12 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जिस पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीनेशन को ज्यादा से ज्यादा करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ब्लूमबर्ग द्वारा इकट्ठा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, फिलहाल दुनिया के 122 देशों में ही टीकाकरण अभियान चल रहे हैं। अभी भी कई ऐसे देश हैं, जहां वैक्सीन पहुंची ही नहीं है। जिस तरह कोरोना के नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि दुनिया को ज्यादा से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की जरूरत है।

इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक शीर्ष वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि कोरोना की नई और अच्छी वैक्सीन जल्द ही आने वाली है। इसकी खासियत ये है कि इसकी खुराक लेने के लिए सुई की जरूरत नहीं पड़ेगी और साथ ही इसे सुरक्षित रखने के लिए कम तापमान की भी जरूरत नहीं होगी। इस नई वैक्सीन को कमरे के तापमान पर भी रखा जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की शीर्ष वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि यह वैक्सीन इस साल या अगले साल इस्तेमाल के लिए तैयार हो सकती है।

सौम्या स्वामीनाथन ने ब्लूमबर्ग को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि छह से आठ वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल पूरा होने वाला है और साल के अंत तक उनकी संमीक्षा कर ली जाएगी। कोरोना महामारी घोषित होने के करीब एक साल के अंदर ही बाजार में तकरीबन 10 वैक्सीन आ गईं और उम्मीद है कि इस नई वैक्सीन के आने से महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी।

सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, 'हमें खुशी है कि फिलहाल हमारे पास कई सारी वैक्सीन हैं, लेकिन हम इसमें और सुधार कर सकते हैं। मुझे लगता है कि 2022 तक हमें कोरोना की बहुत सारी नई वैक्सीन देखने को मिल सकती हैं।' सौम्या स्वामीनाथन के मुताबिक, नई वैक्सीन को नाक या मुंह के जरिए भी लिया जा सकेगा। इसके आने से एक खास वर्ग (जैसे, गर्भवती महिलाएं) को बहुत फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल दुनियाभर में 80 से ज्यादा कोरोना वैक्सीन पर अध्ययन चल रहा है। हालांकि इनमें से कुछ अभी भी परीक्षण के प्रारंभिक चरण में हैं।