चीन के वुहान से उठा कोरोना आज 200 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका हैं। संक्रमितों का आंकड़ा 18 लाख को पार कर चुका हैं। इस संक्रमण के लिए देशों ने लॉकडाउन किया हुआ हैं और लोगों में जागरूकता और इससे बचाव के उपायों से जुड़ी जानकारी पहुंचाई जा रही हैं। हांलाकि अभी भी लोगों के जहन में कई सवाल ऐसे हैं जो उन्हें परेशान कर रहे हैं। ऐसे में अफवाहों से बचना बहुत जरूरी हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कोरोना से जुड़े कुछ सवाल उनसे जुड़ी जरूरी और आवश्यक जानकारी लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
मेरे पिता को कोरोना है। वह अस्पताल में हैं। हम अपना बचाव कैसे करें?
परिवार में किसी को कोरोना है तो आप सबसे पहले घर को आइसोलेट करें। घर से बाहर बिलकुल भी नहीं जाएं। मेडिकल टीम आपके पास हेल्पलाइन नंबर देकर गई होगी। आप प्रतिदिन घर में रहकर ही सर्दी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों पर गौर करें। घर में मौजूद सभी लोग भी एक मीटर की दूरी बनाकर रखें। साफ सफाई का विशेष ध्यान दें। जरूरी नहीं है कि आपके घर में कोई कोरोना संक्रमित मिला है तो पूरा परिवार इसकी चपेट में आएगा।
क्या थूकने से कोरोना फैल सकता है?
बिलकुल, थूकने से भी कोरोना वायरस फैल सकता है। कोरोना वायरस थूक के जरिए फैल सकता है। इसीलिए आईसीएमआर ने पान मसाला, गुटखा इत्यादि का सेवन करने वालों से जगह-जगह न थूकने की अपील की है।
क्या कोरोना की बीमारी लाइलाज है?
नहीं ऐसा भी नहीं है। कोरोना वायरस का अब तक कोई इलाज नहीं है, लेकिन भारत में तेजी से संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर वापस भी जा रहे हैं। देश के तमाम डॉक्टर कोरोना के उपचार में जुटी हुई हैं और सरकार भी हर संभव जरूरतें पूरी कर रही है। कोरोना वायरस लाइलाज नहीं है। इसके लक्षणों का इलाज किया जा रहा है।
अगर खांसी या बुखार है तो क्या कोविड जांच करानी चाहिए?
कोरोना उन्हीं लोगों में मिल रहा है जो विदेश यात्रा से लौटे हैं या फिर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं। फिर भी अगर आप खांसी या बुखार से ग्रस्त हैं तो पहले किसी डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही तय करें कि कोविड जांच करानी चाहिए या नहीं।
मेरे पड़ोस में कोरोना मरीज मिला है, अब मैं क्या करूं?
घबराएं नहीं। अगर आपके पड़ोस में कोई कोरोना संक्रमित मरीज मिला भी है तो आप सलाह का पालन करें। अपने घर में ही रहें। संक्रमित मरीज का परिवार आइसोलेट किया जा चुका होगा। आपको बस अपना और परिवार का ध्यान रखना है। कोरोना मरीज और उनके परिवार के सदस्यों से दूरी बनाकर रखें।
क्या कोरोना का संक्रमण हवा में फैलता है?
आमतौर पर नहीं। कोरोना एक दूसरे के संपर्क में आने से होता है। हालांकि कुछ रिसर्च सामने आई हैं कि जहां कोरोना के मरीज रहे हों, अस्पताल के उस कमरे के वातावरण में कोरोना वायरस पाया गया है। लेकिन यह बात जानना ज्यादा जरूरी है कि यह वायरस कोरोना संक्रमित मरीजों के छींकने या खांसने के दौरान उनके मुंह से निकले ड्रॉपलेट्स से फैलता है या फिर इन ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आई सतहों को छूने से।
क्या कोरोना की कोई वैक्सीन है?
अभी तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आई है लेकिन वैक्सीन से ज्यादा कोरोना से बचाव सोशल डिस्टेंसिंग से हो सकता है। आप और आपका पूरा परिवार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हैं तो आपको कोरोना वायरस से खतरा होने की आशंका बेहद कम होगी।