हार्ट की बीमारियां रहेंगी आप से दो गज की दूरी पर, ये 5 सुपर हेल्दी ऑयल करेंगे आपके दिल की रक्षा

दिल को मजबूत रखने के लिए कौन-सा तेल खाना चाहिए? अगर आपके दिमाग में भी यह सवाल उठता है तो हम आपको दिल को सेहतमंद रखने वाले और गंभीर बीमारियों से बचाने वाले फुलप्रुफ कुकिंग ऑयल के बाते में बता रहे हैं। तेल को ज्यादा गर्म करके खाना नहीं पकाना चाहिए। इसका कारण यह है कि अधिक गर्म करने पर तेल अपने पौष्टिक गुणों को खो देते हैं और हानिकारक तत्व उत्पन्न करते हैं। हालांकि सूरजमुखी, नारियल, सरसों के तेल में अच्छी गर्मी सहनशक्ति होती है और इसे डीप-फ्राइंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। मोटे तौर पर आपके लिए तेल तभी सेहतमंद होगा जब आप उसका सही तरीके से इस्तमाल करेंगे। हर तेल के फायदे और नुकसान अलग-अलग खाना पकाने के तरीकों और लोगों पर निर्भर करता है। जैसे ,सूरजमुखी का तेल फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत है लेकिन मधुमेह के रोगियों के लिए सेहतमंद नहीं है क्योंकि यह ब्लड शुगर बड़ा सकता है। वहीं, कैनोला, एवोकैडो और जैतून जैसे तेलों को दिल के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इनमें स्वस्थ वसा होता है। बता दें, हमेशा दो तेलों को मिलाकर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

​जैतून का तेल

जैतून के तेल को हमारे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। खासकर हमारे दिल की सेहत के लिए तो ये बहुत ही अच्छा है। जैतून के तेल में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह की समस्या, पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर रोग और मोतियाबिंद जैसे होने वाले समस्याओं के जोखिम को कम करती है। एक बड़े चम्‍मच ऑलिव ऑयल में कम मात्रा में सैचुरेटेड फैट, कैलोरी, फैट, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैट जबकि शून्य कार्बोहाइड्रेट और शुगर होते हैं। ऑलिव ऑयल में फेनोल्स के साथ ही विटामिन ई भी होता है जो कि दिल की सुरक्षा करता है। ऑलिव ऑयल में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी पाए जाते है, साथ ही ये रक्त वाहिकाओं के कार्य में भी सुधार लाता है। ऑलिव ऑयल के सेवन से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। मक्खन, डेयरी फैट और मेयोनीज को दिल की सेहत के मामले में ऑलिव ऑयल से कमतर माना जाता है।

सोयाबीन का तेल

सोयाबीन का तेल सोयाबीन से निकाला जाता है। यह दुनिया में सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले वनस्पति तेलों में से एक है, संभवतः क्योंकि सोयाबीन सबसे व्यापक रूप से खेती और उपयोग किए गए पौधों में से कुछ हैं, खासकर हाल के दशकों में। प्रति 100 ग्राम, सोयाबीन के तेल में 16 ग्राम संतृप्त वसा, 23 ग्राम मोनोअनसैचुरेटेड वसा और 58 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होता है। सोयाबीन तेल ट्राइग्लिसराइड्स में प्रमुख असंतृप्त फैटी अम्ल अल्फा-लिनोलेनिक अम्ल (7% -10%) और लिनोलिक अम्ल (51%) और मोनोअनसैचुरेटेड ओलिक अम्ल (23%) जैसे पॉलीअनसेचुरेट्स हैं। इसमें संतृप्त फैटी अम्ल स्टीयरिक अम्ल (4%) और पामिटिक अम्ल (10%) भी शामिल हैं। सोयाबीन का तेल हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट, कम वसा और कोलेस्ट्रॉल, विटामिन ई और के, वसायुक्त अम्ल, लाइसिन और अन्य अमीनो अम्ल होते हैं। इसलिए सोयाबीन के तेल का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है और एथेरोस्क्लेरोसिस की स्थिति को रोकता है।

सूरजमुखी का तेल

सूरजमुखी देखने में जितना आकर्षक होता है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी। इसके बीजों से निकाला गया तेल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। सूरजमुखी का प्रयोग आयुर्वेद में कई तरह के दवाइयों के लिए किया जाता है। सूरजमुखी के तेल में विटामिन B1, B3, B6, मैग्निशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन जैसे बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो आहार में शामिल होने पर स्वास्थवर्धक साबित होते हैं। सूरजमुखी का तेल आपको हृदय रोग से बचा सकता है। नेशनल सेंटर फॉर इनफार्मेशन के अनुसार, सूरजमुखी के तेल में पाया जाने वाला ओलिक एसिड हृदय रोग का खतरा कम कर सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन-E, एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है जो हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकता है।

​कैनोला तेल

कैनोला तेल (राई का तेल) दिल के लिए बेहद फायदेमंद होता है। 2014 की एक शोध के अनुसार, कैनोला तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। यह शोध कनाडा में किया गया है। इस शोध में टाइप 2 डायबिटीज के 141 मरीजों को शामिल किया गया था। इस शोध में यह पाया गया है कि कैनोला तेल युक्त रोटी खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 20mg कम हो जाती है। साथ ही हृदय संबंधी रोग अथवा स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों को खतरा 7% कम हो जाता है। इसमें ओमेगा-3, 6 और 9 फैटी एसिड समेत सैचुरेटेड फैट पाए जाते हैं जो दिल के लिए दवा समान होते हैं। ध्यान रहे, अधिक मात्रा में इसका सेवन करना आपके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।

एवोकाडो तेल

ऐवाकाडो ऑइल के लिए लोगों के बीच तेजी से क्रेज बढ़ रहा है। दरअसल, इस फल की तरह ही इसका तेल भी बहुत गुणकारी होता है। इसके तेल में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। ऐवकाडो ऑइल हार्ट के लिए बहुत अधिक लाभकारी होता है। क्योंकि इसमें दिल की सेहत के लिए जरूरी माना जानेवाला मोनोसैचुरेटेड ओमेगा-9 फैटी एसिड होता है। साथ ही कॉलेस्ट्रॉल का स्तर घटाने लिए भी ऐवकाडो ऑइल बहुत लाभकारी माना जाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ब्लड कॉलेस्ट्रॉल लेवल को मैनेज करने में ऐवकाडो ऑइल बहुत कारगर होता है।