कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले जरूरी है ये जानकारी, नहीं होगी आपको किसी तरह की परेशानी

देश में कोरोना के आंकड़ों पर नियंत्रण आने लगा हैं और इसी के साथ ही अब देशभर में वैक्सीनेशन की तैयारियां भी होने लगी हैं। 16 जनवरी 2020 से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही हैं। ऐसे में लोगों में अभी भी कोरोना वैक्सीन को लगवाने के बाद होने वाले प्रभावों और बदलाओं को लेकर आशंका बनी हुई हैं। टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकर आने वाले परेशानियों से बचा जा सकता हैं। तो आइये जनाते हैं इसके बारे में।

दरअसल, भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन देने की पूरी तैयारियां कर ली हैं। कोरोना वैक्सीन को सेंटर तक पहुंचाने से लेकर, लोगों को ये वैक्सीन देने और उनकी देखभाल तक हर एक चीज को लेकर सरकार ने पूरी तैयारी की है। ऐसा इसलिए भी किया गया है ताकि वैक्सीनेशन प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की समस्या न खड़ी हो। टीका लगाने की पूरी प्रक्रिया को कोविन ऐप के जरिए पूरा किया जाएगा। इस ऐप में हर एक चीज की जानकारी रखी जाएगी।

इस कोविन ऐप को डिजिटल प्लेटफॉर्म से फ्री में डाउनलोड किया जा सकेगा। इसमें कोरोना का टीका लगवाने वाले हर एक व्यक्ति को एक यूनिक आईडी दी जाएगी और साथ ही इस कोड को सरकार के डिजी लॉकर ऐप में सुरक्षित रखा जाएगा। वहीं जिसको भी कोरोना वैक्सीन लेनी है उसको सबसे पहले खुद को रजिस्टर करवाना होगा। इसके बाद उस व्यक्ति के मोबाइल फोन पर एक मैसेज आएगा, जिसमें उसे बताया जाएगा कि उसे कौन से सेंटर पर जाकर वैक्सीन लगवानी है।

इसके बाद उस व्यक्ति को अपना फोन लेकर उस टीका स्थल पर पहुंचना होगा, जहां के बारे में उसके फोन में बताया होगा। यहां शख्स की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और फिर शख्स को अपना रजिस्ट्रेशन नंबर बताना होगा। इसके बाद उसका मिलान आवेदन की सूची से होगा और मिलान के बाद शख्स को उसके फोन पर आया मैसेज भी दिखाना होगा। इसके बाद शख्स को दूसरी टेबल पर जाकर अपना आईडी प्रूफ (जैसे- आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) दिखाना होगा।

इसके बाद जब सूची से शख्स का मिलान हो जाएगा यानी पूरी तसल्ली हो जाएगी कि वैक्सीन लगवाने वाला व्यक्ति वहीं है जिसे ये लगनी है, तभी आगे की प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद शख्स को तीसरी टेबल यानी वहां भेजा जाएगा जहां पर वैक्सीन लगेगी। वैक्सीन लगाने में पांच से सात मिनट का समय लगता है। इसके बाद जब वैक्सीन लग जाएगी तो आधे घंटे तक आपको वहीं देखरेख में रखा जाएगा। इसके बाद जब आप सामान्य हो जाते हैं तब आपको घर भेज दिया जाएगा।