कोरोना संकट में छठ पूजा, फल-सब्जियों को लेकर बरतें ये सावधानियां

बिहार का महापर्व छठ पूजा शुरू हो चुका है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। कहा जाता है यह पर्व बिहारीयों का सबसे बड़ा पर्व है ये उनकी संस्कृति है। छठ पर्व बिहार मे बड़े धुम धाम से मनाया जाता है। ये एक मात्र ही बिहार या पूरे भारत का ऐसा पर्व है जो वैदिक काल से चला आ रहा है और ये बिहार कि संस्कृति बन चुका हैं। छठ पूजा में घाट पर जाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देने का खास महत्व होता है लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस साल ज्यादातर लोग ये पूजा अपने घरों में ही कर रहे हैं। संक्रमण ना फैले इस वजह लोगों को बहुत सावधानी के साथ पूजा करने को कहा जा रहा है।

वैसे तो छठ में पूजा में सफाई का बहुत ध्यान रखा जाता है लेकिन इस बार संक्रमण के खतरे को देखते हुए ये और भी जरूरी हो गया है। छठ पूजा में फल-सब्जियों सहित कई सामग्रियों का इस्तेमाल होता है। पूजा के बाद ये सारी चीजें प्रसाद के तौर पर लोगों को बांटी भी जाती हैं इसलिए इन चीजों को बहुत अच्छे से साफ करने की जरूरत है। पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जी या फलों को निकालकर थोड़ी देर के लिए गर्म पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर रख सकते हैं। फलों और सब्जियों को पानी में खंगालने या धोने से पहले हाथों की सफाई बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस सतह के जरिए फैलता है, इसलिए दोनों हाथों को 20 सेकेंड तक अच्छी तरह धोकर ही पूजा के सामान को हाथ लगाएं।

FDA के अनुसार, साबुन, डिटर्जेंट या किसी स्पेशल लिक्विड से खाने की चीजों को धोना सही नही हैं। फलों और सब्जियां को चलते पानी में अच्छे से रगड़ कर धोएं। FDA (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) के मुताबिक, सब्जी और फलों को पहले धो लेने से इनसे गंदगी और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। धोते समय कोई फल या सब्जी खराब निकलती है तो उसे हटा दें।

जड़ वाली सब्जियों की सफाई करते समय गंदगी को हटाने के लिए एक साफ ब्रश या स्पंज का उपयोग करें। इससे इसमें चिपकी गंदगी आसानी से बाहर आ जाएगी। धोने के बाद इन सारी सब्जियों और फलों को अच्छे से सुखा लें। अब आप इनका इस्तेमाल पूजा में चढ़ाने के लिए कर सकते हैं। पूजा संपन्न होने के बाद आप इस प्रसाद को बिना कुछ सोचे लोगों में बांट सकते हैं।