मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने आजकल व्रत, त्यौंहारों को इतना महिमा मंडित कर दिया है कि हर आम इंसान इनके पीछे अंधभक्त होकर इनका पालन करने लगा है। हर युवा-युवती आजकल सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार इत्यादि दिनों के साथ ही बारह मासी व्रतों के दिन उपवास रखने लगा है। उपवास करना अच्छी आदत है। इससे शरीर स्वस्थ व आत्मा तृप्त रहती है। लेकिन इन व्रतों उपवासों में सबसे बड़ी बात यह होती है कि किस तरह से शरीर में पोषक तत्वों की आवश्यक मात्र की आपूर्ति होती रहे। चूंकि व्रत में अनाज और नमक सहित कई खाद्य पदार्थों का सेवन निषेध होता है। ऐसे में सेहतमंदी के लिए क्या खाएं और क्या न खाएं का सवाल आम है। आज हम अपने सुधि पाठकों को कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिससे व्रत में भी आप शरीर के लिए आवश्यक तत्वों की आपूर्ति आसानी से कर सकते हैं।
नाश्ता — आम दिनों हम भारी नाश्ता लेते हैं। सुबह आठ से दस बजे के बीच में हैवी नाश्ता शरीर को हमेशा स्वस्थ व तन्दुरूत बनाए रखता है। लेकिन उपवास के दिन ऐसा नहीं हो पाता है। जिस दिन आपका उपवास हो उस दिन आप नाश्ते में शकरकंद, नींबू, सेब, पपीता, केला या चीकू शेक के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा मिल्क शेक में बादाम, दालचीनी और किशमिश मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
दोपहर में — नाश्ते और लंच (दोपहर के खाने का वक्त) के बीच फल, नारियल पानी, मौसमी जूस, अनानास जूस, जीरा, पुदीना और काली मिर्च के साथ बटर मिल्क का सेवन कर सकते हैं।
लंच — लंच के वक्त सागारी भोजन कर सकते हैं। इसमें आप रायता, पनीर, कद्दू की सब्जी, सिंघाडे के आटे की रोटी आदि का सेवन कर सकते हैं।
लंच के बाद — डिनर से पहले और लंच के बाद अर्थात् शाम को छह-सात बजे के करीब यदि आपको फिर भूख लगती है तो एक कप ग्रीन टी पी सकते हैं। हालांकि नाश्ते और लंच के बाद शाम के वक्त भूख मुश्किल से लगती है। इसके साथ ही आप चाहें तो मखाना खा सकते हैं। मखाना को स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसे भून सकते हैं साथ ही इसमें आप सेंधा नमक डालकर अपने स्वाद अनुरूप बना सकते हैं।
डिनर — डिनर में आप एक गिलास दूध के साथ किसी भी ताजे फल का सेवन कर सकते हैं।