दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 67 लाख 67 हजार 303 हो गया है। कुल 32 लाख 97 हजार 237 लोग स्वस्थ हुए। 3 लाख 95 हजार 187 लोगों की मौत हो चुकी है। जहां एक तरफ कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है वहीं इस बीच ड्रग कंपनी AstraZeneca Plc ने कोरोना के संभावित वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है। BBC ने एक रिपोर्ट में कंपनी के पास्कल सोरिअट (Pascal Soriot) के हवाले से इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का ट्रायल चल रहा है लेकिन कंपनी ने प्रोडक्शन इसलिए शुरू किया है ताकि जल्द से जल्द डिमांड को पूरा करने में मदद मिलेगी।
BBC के एक खास प्रोग्राम में बात करते हुए पास्कल सोरिअट ने कहा कि हमने इसलिए पहले मैन्युफैक्चरिंग शुरू की ताकि यह प्रक्रिया एकदम तेजी से पूरा किया जाये। सोरिअट ने कहा, कि हमने अभी से ही इस वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। जब तक रिजल्ट्स मिल जाएंगे, तब तक हम वैक्सीन के साथ तैयार होंगे।
AstraZeneca ने बताया कि वो कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के 2 अरब डोज़ उपलब्ध करायेगी। उन्होंने आगे कहा कि यह फैसला हमारे लिये जोखिम वाला है लेकिन यह एक फाइनेंशियल रिस्क है। हमें नुकसान तभी होगा, जब यह वैक्सीन काम नहीं करेगी। उस वक्त हमारा सभी मैटेरियल, सभी वैक्सीन बेकार हो जाएगा।
2 अरब डोज़ तैयार करेगी कंपनीउन्होंने कहा कि मौजूदा महामारी में इस वैक्सीन से हम मुनाफा कमाने की नहीं सोच रहे हैं। अगर यह काम करता है तो कंपनी करीब 2 अरब डोज़ तैयार करेगी। बीते गुरुवार को ही कंपनी ने दो कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, जिसमें से एक बिल गेट्स के साथ भी है।
भारतीय कंपनी से भी करारऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर AstraZeneca यह वैक्सीन डेवलप कर रही है। कंपनी ने फैसला किया है कुल वैक्सीन का आधा सप्लाई कम और मध्यम इनकम वाले देशों को करेगी। कंपनी की दूसरी पार्टनर भारत की सीरम इंस्टीट्यूट (SII) है, जोकि वॉल्युम के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की दो संस्थाओं के साथ कंपनी ने 75 करोड़ डॉलर का करार किया है।
वैक्सीन के सप्लाई चेन पर भी काम कर रही कंपनीसोरिअट को उम्मीद है कि अगस्त तक AZD1222 वैक्सीन के असर के बारे में पता चल जाएगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ करार के तहत 1 अरब वैक्सीन उपलब्ध कराने की बात की गई है। इस साल के अंत तक 40 करोड़ डोज़ उपलब्ध कराने की बात भी की गई है। AstraZeneca अब दुनियाभर में वैक्सीन पहुंचाने के लिए सप्लाई चेन पर काम कर रही है।
अमेरिका और यूके को सप्लाई करेगी 40 करोड़ डोज़दरअसल, वैक्सीन सफल होने के बाद ड्रग कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बड़े स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई को लेकर भी होगी। AstraZeneca ने अमेरिका (America) को 30 करोड़ और यूनाइटेड किंग्डम को 10 करोड़ वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) डोज़ उपलब्ध कराने की भी प्रतिबद्धता जताई है। वैक्सीन सफल होने पर सितंबर तक इसकी पहली डिलीवरी भी कर दी जाएगी।