भारतीय समाज और परंपराओं में सदियों से इस्तेमाल होने वाली अधिकतर चीज़ों का सेहत से गहरा नाता रहा है। इसी में से एक चीज़ है तांबे के बर्तन, जो बिना किसी मेहनत के हमारी सेहत का ख़्याल रखता है। तांबे के बर्तन का उपयोग करने से शरीर को आवश्यक खनिज प्राप्त होता है, जिससे हमें कई प्रकार के शारीरिक लाभ मिलते हैं। तांबा अपने आपमें एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है।
आयुर्वेद में बाकायदा इस बात का ज़िक्र किया गया है कि तांबे के बर्तन, जैसे-जग या बोतल में रातभर या दिन में भी कम-से-कम आठ घंटे तक भरकर रखे हुए पानी को पीने से हमारी सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है।
यह न केवल शरीर के तीनों दोषों (पित्त, कफ़ और वात) को संतुलित रखता है, बल्कि यह शरीर के प्योर वॉटर लेवल को भी बनाए रखता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि अत्यधिक अम्लता से ग्रस्त शरीर को भी क्षारीय सामग्री मिलती रहे। क्षारीयता यानी ऐल्केलिनिटी शरीर के लिए आवश्यक होती है।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के ढेरों फ़ायदे
- तांबा, पानी
के साथ एक रासायनिक प्रक्रिया करता है, जिससे पानी में ऐंटी-बैक्टीरियल,
ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण पैदा होते हैं। इसका ऐंटी-बैक्टीरियल गुण आपको
कीटाणुओं से बचाकर आपके शरीर को स्वस्थ बनाता है जबकि इसके
ऐंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की परेशानी ना
के बराबर होती है।
- तांबे के बर्तन में पानी पीना गर्भवती महिलाओं
के लिए भी फ़ायदेमंद है। तांबा लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए
महत्वपूर्ण है जो गर्भ में पल रहे शिशु के लिए आवश्यक होता है (लेकिन इसकी
मात्रा तय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें)।
- वज़न कम
करने के लिए तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से लाभ मिलता है। तांबा पाचन
क्रिया को मज़बूत करने के साथ हमारे शरीर की अतिरिक्त वसा को घटाने का काम
भी करता है।
- तांबे यानी कॉपर के बर्तन में पानी पीने से आपके शरीर के लिए ज़रूरी कॉपर की सीधे-सीधे पूर्ति होती है।
- तांबे में अम्लीय व क्षारीय गुण होने के कारण यह कैंसर की रोकथाम में भी असरदार होता है।
- शरीर के अंदरूनी और बाहरी हिस्से की चोट को भरने में तांबा अहम भूमिका निभाता है।
- तांबा थायरॉइड में असरदार है और आर्थराइटिस के दर्द को कम करता है।
- इसका उपयोग ब्लडप्रेशर सही रखने और कोलेस्ट्रेरॉल को कम करने के लिए बहुत अच्छा होता है।
- तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से एनीमिया की समस्या से भी राहत मिलती है।
डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करता है
तांबा
पेट, लिवर और किडनी सभी को डिटॉक्स करता है। इसमें ऐसे गुण मौजूद होते हैं
जो पेट को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टिरिया को मार देते हैं, जिस वजह से
पेट में कभी भी अल्सर और इंफ्केशन नहीं होता।
आर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से दे राहत
तांबे
में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ दर्द से राहत दिलाती है, इसलिए
अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को जरूर पीना चाहिए। इसके
साथ ही तांबा हड्डियों और रोग प्रतिरोध प्रतिरोधक क्षमता को भी स्ट्रॉंग
बनाता है।
स्किन के लिए फायदेमंद
तांबे में मौजूद
एंटी-ऑक्सीडेंट्स चेहरे की फाइन लाइन्स और झाइयों को खत्म करता है। साथ ही
फाइन लाइन्स को बढ़ाने वाले सबसे बड़े कारण यानी फ्री रेडिकल्स से बचाकर
स्किन पर एक सुरक्षा लेयर बनाता है, जिस वजह से आप लंबे समय तक जवां रहते
हैं।
वजन कम करने में कारगर
अगर आपको जल्दी वजन कम
करना है, तो तांबे के बर्तन का पानी पिएं। यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को
बेहतर कर बुरे फैट को शरीर से बाहर निकालता है।
दिमाग को तेज करने में मददगार
मस्तिष्क
को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता
है। इसके प्रयोग से स्मरण शक्ति मजबूत होती है और दिमाग तेज होता है।