रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है प्राण मुद्रा व्यायाम, जाने और फायदे

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी विटामिन की कमी का पूरा होना बहुत जरूरी है, अन्यथा विटामिन की कमी से रोगों को शरीर में अपना स्थान बनाने का अवसर प्राप्त हो जाता हैं। पोषण युक्त भोजन के अलावा योग मुद्राओं से भी इस समस्या से निकला जा सकता हैं। योग में मुद्राओं का भी अपना विशेष महत्व होता हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस मुद्रा की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं प्राण मुद्रा। तो चलिए जानते हैं प्राण मुद्रा की विधि और फायदे के बारे में।

* प्राण मुद्रा करने की विधि

सबसे पहले आरामदायक आसान में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों की अनामिका और छोटी उंगली को जोड़ लें। थोड़ा उन्हें हथेलियों की तरफ झुकाएं और फिर उन्हें अंगूठे के आधार पर छुएं। इस अवस्था को 20 मिनट तक ऐसे ही रखें। आप इस मुद्रा को किसी भी समय कर सकते हैं।

* प्राण मुद्रा में बैठने के फायदे :

- यह मुद्रा विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C, विटामिन D, विटामिन E और विटामिन K की कमी को पूरा करता है।

- प्राण मुद्रा मस्तिष्क में नियंत्रण लगाती है। जैसे, आपके अधिक खाने की आदत को कम करती है।

- इस मुद्रा को रोजाना करने से आत्म-विश्वास जगता है।

- प्राण मुद्रा पुरानी चक्कर की समस्या और कमजोरी को ठीक करने में मदद करता है।

- ये मुद्रा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है।