योग का हमारे जीवन में बड़ा महत्व हैं क्योंकि रोगमुक्त शरीर के लिए योग से बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। योग में कई तरह के आसन होते हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस आसन की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं मकरासन। तो चलिए जानते हैं मकरासन की विधि और फायदे के बारे में।
* मकरासन करने की विधि पेट के बल लेट जायें। सिर और कंधों को ऊपर उठाएं और ठोड़ी को हथेलियों पर, और कोहनियों को ज़मीन पर टिका लें। रीढ़ की हड्डी में अधिक मोड़ लाने के लिए कोहनियों को एक साथ रखें (ध्यान रहे ऐसा करने में दर्द ना हो)। गर्दन पर अतिरिक्त दबाव हो तो कोहनियों को थोड़ा अलग करें। अगर कोहनियाँ ज़्यादा आगे होंगी तो गर्दन पर अधिक दबाव पड़ेगा, शरीर के करीब होंगी तो पीठ पर अधिक दबाव पड़ेगा। अपने शरीर की हिसाब से कोहनियों की सही जगह चुनें। उत्तम जगह वा है जहाँ आपको पीठ और गर्दन में पूरी तरह से आराम महसूस हो। पूरे शरीर को शिथिल करें और आँखें बंद कर लें।
* मकरासन करने के फायदे
- पूरे तंत्रिका तंत्र, शरीर और मन को आराम देता है, ख़ास तौर से पीठ को।
- यह आसन स्लिप-डिस्क, कटिस्नायुशूल (साएटिका), पीठ के निचले हिस्से में दर्द या किसी अन्य स्पाइनल परेशानी से पीड़ित लोगों के लिए बहुत प्रभावी है।
- अस्थमा के लिए यह चिकित्सीय है।