अरारोट पाउडर (Arrowroot Powder) एक प्राकृतिक स्टार्च है, जो अरारोट पौधे की जड़ों से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्का सफेद और बनावट बेहद महीन होती है, जबकि इसमें किसी तरह की गंध नहीं होती। सदियों से यह पारंपरिक चिकित्सा और आहार दोनों में इस्तेमाल होता आ रहा है। खास बात यह है कि यह पूरी तरह ग्लूटेन-फ्री है, इसलिए जिन लोगों को ग्लूटेन असहिष्णुता है, उनके लिए यह एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है। अरारोट का उपयोग खाना पकाने में सॉस, पुडिंग और ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए किया जाता है, वहीं यह बच्चों के आहार में एनर्जी बूस्टर के रूप में भी शामिल किया जाता है।
इसके अलावा, अरारोट स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी खूब इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोख लेता है और चेहरा मुलायम बनाए रखता है। हालांकि, इसके अनेक फायदों के साथ कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं, क्योंकि इसका अधिक सेवन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइए जानते हैं अरारोट पाउडर के लाभ और साइड इफेक्ट्स के बारे में विस्तार से—
अरारोट पाउडर के फायदे1. पाचन को बनाता है बेहतर: अरारोट में मौजूद प्राकृतिक फाइबर पेट की गड़बड़ियों जैसे गैस, एसिडिटी और दस्त में राहत देता है। यह पेट को ठंडक पहुंचाता है और पाचन तंत्र को संतुलित रखता है।
2. थकान और कमजोरी को दूर करता है: यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देने वाला प्राकृतिक स्रोत है। इसके सेवन से थकान दूर होती है और शरीर में ताजगी बनी रहती है।
3. बच्चों के लिए सुरक्षित और पौष्टिक: शिशुओं के आहार में थोड़ी मात्रा में अरारोट मिलाने से उनका पाचन सुधरता है और वजन संतुलित रहता है। यह पेट पर हल्का और आसानी से पचने वाला होता है।
4. त्वचा की निखार बढ़ाए: अरारोट पाउडर को फेस पैक या ड्राई शैम्पू के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह अतिरिक्त तेल को सोखता है और स्किन को फ्रेश और स्मूथ बनाता है।
5. ग्लूटेन-फ्री विकल्प: जिन लोगों को गेहूं या ग्लूटेन से एलर्जी होती है, उनके लिए अरारोट एक बेहतरीन विकल्प है। यह हेल्दी डाइट में शामिल किया जा सकता है और पेट पर हल्का रहता है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: अरारोट में मौजूद विटामिन और मिनरल्स शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। यह शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है और बीमारियों से बचाव करता है।
अरारोट पाउडर के साइड इफेक्ट्स1. अधिक सेवन से कब्ज हो सकता है: इसमें मौजूद स्टार्च ज्यादा मात्रा में लेने पर पाचन को धीमा कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है।
2. डायबिटीज़ मरीजों के लिए सतर्कता जरूरी: अरारोट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए डायबिटिक व्यक्तियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
3. एलर्जी की संभावना: कुछ लोगों में इसके सेवन या स्किन पर इस्तेमाल से हल्की एलर्जी या रैशेज हो सकते हैं। पहली बार इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
4. वजन बढ़ाने का खतरा: अगर आप लंबे समय तक रोजाना इसका सेवन करते हैं, तो शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा हो सकती है जिससे वजन बढ़ने की संभावना रहती है।