कोरोना आने के बाद से वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा हैं और सभी अपने घर पर लैपटॉप की मदद से काम कर रहे हैं। यह सुविधा सभी को पसंद भी आ रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुरुषों के लिए यह लैपटॉप अभिशाप बनता जा रहा हैं। जी हां, देखा जाता हैं कि पुरुष अपनी गोद में लैपटॉप को रखकर काम करते हैं तो इससे आपकी फर्टिलिटी पर भी असर पड़ता हैं। इसका खुलासा मेडिकल जरनल ‘Fertility and Sterility’ में अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा भी किया गया। शोध में पाया गया कि लैपटॉप से निकलने वाली हीट हमारी स्किन और अंदर के टिशू को डैमेज कर सकती है। लैपटॉप से निकलने वाली ये हीट पुरुषों के टेस्टिकल के तापमान को बढ़ाती है जिससे स्पर्म की क्वालिटी खराब होने लगती है।
मेडिकल न्यूज टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों के लिए गोद में लैपटॉप रखकर उसे यूज करना उनकी फर्टिलिटी को सीधा नुकसान पहुंचाता है। दरअसल, लैपटॉप से निकलने वाली हीट पुरुषों के टेस्टिकल के तापमान को बढ़ाती हैं जिससे स्पर्म की क्वालिटी खराब होने लगती है और इससे बाद फर्टिलिटी में प्रॉब्लम शुरू होने लगती हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर आप अपनी गोद में लैपटॉप पैड रखकर, उसपर लैपटॉप रखकर फिर काम कर रहे हैं और यह सोच रहे हैं कि यह नुकसानदेह नहीं है तो आपका ऐसा सोचना गलत है। दरअसल, ऐसी पोजीशन में भी लैपटॉप आपके स्पर्म पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर आप दोनों घुटनों को आपस में सटाकर थाई के उपर लैपटॉप पैड रखें और उसके उपर लैपटॉप रखें तो भी आप इसके रेडिएशन में आ सकते हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर आपको इमरजेंसी के हालात में टेबल के बिना ही काम करना हो तो आप अपने दोनों घुटनों को सटाकर इसके उपर लैपटॉप पैड और लैपटॉप रखकर काम कर सकते हैं, बशर्ते आप 28 मिनट से ज्यादा इस पोजीशन में काम ना करें। सुझाव के तौर पर यह भी बताया गया है कि अगर पुरुष अपने लैपटॉप को टेबल पर रखकर यूज में लाते हैं, तो इसका प्रभाव कम हो जाता है। यह शोध स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क की एक टीम ने किया है। शोध लैपटॉप यूजर पुरुषों में बढ़ते हाइपरथेमिया की वजह को जानने के लिए किया गया।