कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली की ओर इशारा करते हैं ये संकेत, जानें और इम्युनिटी पर दें ध्यान

मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा हैं जहां कभी धूप और उमस की मार हैं तो कभी जाते हुए मॉनसून की बारिश। ऐसे में इस बदलते मौसम में बीमारियों का दौर जारी हैं। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती हैं उन्हें जल्दी बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं। इम्यून सिस्टम शरीर का एकमात्र सुरक्षा तंत्र है, जो शरीर को भविष्य में होने वाले संक्रमण से बचाता है। जरूरी है कि उन संकेतों को पहचाना जाए जो इम्युनिटी कमजोर होने की ओर इशारा करते हैं जिससे आप इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने के लिए जरूरी उपाय कर सकें। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे संकेत लेकर आए हैं जो दर्शाते हैं कि आपकी इम्युनिटी कमजोर हो चुकी हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

# पेट से जुड़ी दिक्कतें होना

इम्यूनिटी कमजोर होने के लक्षणों में पेट सम्बंधित दिक्कतें भी शामिल हैं। अगर आपके पेट में अक्सर दर्द होता है या कब्ज, जी मिचलाने और उल्टी महसूस होने की दिक्कत होती है। तो भी ये संकेत इम्यूनिटी कमजोर होने की ओर इशारा करते हैं। दरअसल इम्यूनिटी कमजोर होने पर बैक्टीरिया आसानी से शरीर पर हमला करते हैं और पेट में चले जाते हैं। जिसकी वजह से आपको पेट सबंधित दिक्कतें बनी रहती हैं।

# सुस्ती महसूस करना

शरीर में सुस्ती महसूस करना कमजोर इम्यूनिटी की निशानी है। चूंकि आपका शरीर हमेशा रोगजनकों के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहता है, ऐसे में ऊर्जा की खपत ज्यादा होती है। जिसके कारण आप नियमित नींद के बाद भी थका हुआ और सुस्त महसूस करते हैं।

# लंबे समय तक सर्दी-जुकाम बना रहना

एक्सपर्ट कहते हैं कि वयस्कों को साल में 2-3 बार सर्दी-जुकाम होना आम बात है, लेकिन वहीं कुछ लोगों में सर्दी जुकाम अधिक लंबे समय तक बना रहता है या बार-बार होता है। सर्दी-जुकाम के समय एंटीबॉडी विकसित करने और कीटाणुओं से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को 3 से 4 दिन लगते हैं, यानी कि सर्दी 3-4 दिन बनी रह सकती है। लेकिन अगर आपको लंबे समय तक सर्दी-जुकाम बना रहता है, तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी के संकेत हैं।

# जोड़ों में तेज दर्द

इम्यूनिटी के कमजोर होने का एक संकेत यह भी है। जोड़ों और मसल्स का लगातार दर्द होना खतरनाक है। इम्यूनिटी अच्छी हो तो जोड़ों और मसल्स के दर्द से जल्द राहत मिल जाती है।

# शरीर के घाव भरने में देरी

रोजमर्रा के काम करते समय हाथ या शरीर में कट लगना या चोट लगना आम बात है। अगर घाव को सही होने में अधिक समय लगता है, तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी का संकेत हो सकता है। इसके अलावा डायबिटीज में भी घाव भरने में देरी होती है, इसलिए एक्सपर्ट से तुरंत सलाह लें।

# एलर्जी की समस्या

बहुत से लोगों हर मौसम में एलर्जी की समस्या होने लगती है जिसकी वजह से उन्हें मौसमी बुखार होता रहता है। अगर आपकी आंखों में हमेशा पानी रहता है, खाने की किसी चीज से आपको रिएक्शन हो जाता है, स्किन रैशेज, जोड़ों में दर्द और पेट में हमेशा दिक्कत रहती है तो ये भी आपके इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का एक संकेत हो सकता है।

# स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना

शरीर स्वस्थ हो, तो मन अपने आप शांत रहता है। लेकिन अगर आप ठीक नहीं होंगे, तो इसका असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर दिखाई देगा। कमजोर इम्यूनिटी वालों में चिड़चिड़ापन आना कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली का पहला संकेत है। बेशक इसके लक्षण बाहर से दिखाई नहीं देते , इसलिए यदि आप लगातार थकावट और चिड़चिड़ापन का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर्स से सलाह लें । इसके साथ ही शरीर में होने वाले सामान्य संक्रमणों का रिकॉर्ड भी रखें।