अक्सर देखा जाता हैं कि लगातार टीवी या लैपटॉप देखने के दौरान आँखों से पानी आने लगता हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता हैं कि बिना किसी कारण के ही आंखों से पानी निकलने लग जाता हैं। आपको यह सामान्य लग सकता हैं लेकिन इसके पीछे आँखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं उन समस्याओं के बारे में जिनमें अचानक से यूं ही आंसू निकल आते हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
टियर डक्ट के ब्लॉक होने के कारण
आंखें एक बेहद नाजुक मशीन की तरह हैं। टियर ग्लैंड्स आंसू बनाते हैं और इसे बाहर निकालने का काम करता है। अतिरिक्त आंसू को शरीर के अंदर के रास्ते से बाहर निकालने के लिए टियर डक्ट लगा होता है, जो आंसुओं को नाक तक पहुंचने से भी रोकता है। कई बार ये टियर डक्ट ब्लॉक हो जाता है, जिसके कारण आंखों में पानी की मात्रा बढ़ जाती है और फिर यही पानी बिना किसी कारण आंखों के कोरों से निकलने लगता है। अगर लंबे समय तक ऐसा होता है, तो आप डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
एलर्जी के कारण
कई बार एलर्जी भी आंखों से आंसू निकलने का कारण हो सकती है। एलर्जी या जुकाम होने पर नाक बहने, छींकने, त्वचा में खुजली जैसी समस्याएं होती हैं। लेकिन एलर्जी के कारण आंखों से आंसू निकलने की भी समस्या हो सकती है। अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आंसू निकलने के अलावा भी एलर्जी के अन्य लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। एलर्जी के सही कारण का पता लगाकर एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन से इसे ठीक किया जा सकता है।
कॉर्निया के फैलने के कारण
आंखों की कॉर्निया आपके शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में से एक है। कॉर्निया आंखों की ऊपरी पर्त पर मौजूद पारदर्शी झिल्ली होती है। कई बार इस झिल्ली में किसी कारण से फैलाव आ जाता है, तो आपको हल्का दर्द महसूस हो सकता है और आंसू निकलने लगते हैं। हालांकि थोड़े समय में ही कॉर्निया अपने आप को ठीक करके सामान्य फंक्शन करने लगती है। मगर कई मामलों में जब आंसू और दर्द देर तक नहीं रुकते हैं, तो आंखों के डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
इरिटेशन के कारण
कई बार आंखों में कोई बैक्टीरिया या महीन कण चला जाता है, जिसका पता आपको नहीं चलता है। लेकिन आंखों की एक्स्ट्रा सेंसिटिव टिशूज इसे पहचान लेती हैं और आपका इम्यून सिस्टम तुरंत एक्टिव हो जाता है और उस बैक्टीरिया या महीन कण को निकालने के लिए आंखों के टियर ग्लैंड को आंसू निकालने का आदेश देता है, ताकि आंसू उस बैक्टीरिया या कण को भी अपने साथ बाहर निकाल दे। तो हो सकता है कि आगर आपकी आंखों में आंसू आया, तो ये इम्यून सिस्टम का किसी बाहरी तत्व के खिलाफ रिस्पॉन्स हो।
रूखेपन के कारण
अगर आप कोई काम करते हुए लंबे समय तक देखते रहते हैं, खासकर स्क्रीन वाले गैजेट्स (मोबाइल, लैपटॉप, टीवी, टैबलेट आदि), तो इससे आपकी पलकें सामान्य से कम झपकती हैं। इस कारण से आंखों में रूखेपन (Dryness) की समस्या हो जाती है। इस रूखेपन को दूर करने के लिए ही आपका टियर ग्लैंड अपने आप एक्टिवेट हो जाता है, ताकि आंखों में पानी लाकर रूखेपन को खत्म किया जा सके। इसीलिए अक्सर स्क्रीन वाले गैजेट का इस्तेमाल करने वालों में आंसू निकलने की समस्या होती है। इससे बचाव का उपाय यह है कि आप थोड़ी-थोड़ी देर में पलकों को झपकाते रहें।